गुलदार के आतंक से परिवारों में दहशत
संवाद सहयोगी, रानीखेत : निकटवर्ती कस्बा कठपुड़िया और आसपास के गांवों में गुलदार का आतंक है। वह सात
संवाद सहयोगी, रानीखेत : निकटवर्ती कस्बा कठपुड़िया और आसपास के गांवों में गुलदार का आतंक है। वह सात बकरियों सहित कई जानवरों को अपना निवाला बना चुका है। उसके दिन में ही आबादी के आसपास दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है। उन्होंने वन विभाग से उसे पकड़ने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
कठपुड़िया क्षेत्र के ढैली, कुरचौना, कफल्ना, कुज्याड़ी आदि गांवों में इन दिनों गुलदार की दहाड़ सुनाई देती है। जहां शाम ढलते ही लोग अपने घरों में कैद हो जाते है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिनों गुलदार ने ढैली के त्रिलोक जोशी की सात बकरी मार दी। राजेंद्र जोशी ने बताया कि गुलदार दिन में ही आबादी के आसपास नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि त्रिलोक जोशी की बकरियां पास ही जंगल में चुगने गई थी। गुलदार से उन पर हमला कर अपना निवाला बना लिया। उनका कहना है कि गुलदार की संख्या तीन-चार है जो पास के जंगल में दिखे जा सकते हैं। उधर, कुरचौना के वन पंचायत सरपंच दीपक कांडपाल का कहना है कि गुलदार दिन में ही दिखाई दे रहा है। इस कारण लोगों में दहशत है। कहा कि अब विद्यालय भी खुल गए हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर लगा रहता है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाकर प्रभावित परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की।