उपशिक्षा अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप
संवाद सहयोगी, रानीखेत : उत्तराखंड राज्य प्राथमिक व राजकीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने कर उपशिक्
संवाद सहयोगी, रानीखेत : उत्तराखंड राज्य प्राथमिक व राजकीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने कर उपशिक्षा अधिकारी पर प्रधानाध्यापकों के अधिकारों का हनन का आरोप लगाया है। वक्ताओं ने कहा कि उपशिक्षा अधिकारी सरकारी विद्यालयों को बदनाम कर निजी विद्यालयों को संरक्षण दे रही हैं जिसे कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। चेतावनी दी कि शिक्षकों का अनावश्यक उत्पीड़न किया गया तो संगठन आंदोलन को बाध्य होगा।
शिक्षक भवन चिलियानौला में आहूत बैठक में वक्ताओं ने उप शिक्षा अधिकारी पर विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण न कर सड़कों पर खड़े होकर निरीक्षण का आरोप लगाया। वक्ताओं ने कहा उप शिक्षा अधिकारी शिक्षा में सुधार चाहती हैं तो उन्हें सुगम के बजाय दुर्गम क्षेत्रों में जाकर निरीक्षण करना चाहिए। शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष जीवन चंद्रा अधिकारी ने कहा कि उप शिक्षा अधिकारी स्थलीय निरीक्षण न करके दूरभाष से ही जानकारी ले रही हैं और फोन से ही सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उप शिक्षा अधिकारी के रवैए से ऐसा प्रतीत होता है कि वह सरकारी विद्यालयों को बदनाम कर निजी विद्यालयों को संरक्षण देने में लगी हैं। मौके पर शिक्षकों को लिखित निर्देश दिए जाने, विकास खंड के अवैध रुप से चल रहे निजी विद्यालयों पर नकेल कसने, अध्यापकों को शिक्षण के अलावा अन्य कार्य नहीं सौंपे जाने, विद्यालयों को स्थलीय निरीक्षण करने, शासनदेशानुसार शिक्षकों को समायोजित किए जाने सहित कई मांगों पर एक राय बनी। चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों का अनावश्यक उत्पीड़न किया गया तो शिक्षक संघ आंदोलन करने को बाध्य होगा। अध्यक्षता किशोर जोशी तथा संचालन ख्याल दत्त रिखाड़ी ने की।