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पाली पछाऊं की धरा से गोसेवा का शंखनाद

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : धार्मिक एवं एतिहासिक महत्व वाली पाली पछाऊं की धरा से गोधन के संरक्षण का

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 11:14 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 11:14 PM (IST)
पाली पछाऊं की धरा से गोसेवा का शंखनाद

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : धार्मिक एवं एतिहासिक महत्व वाली पाली पछाऊं की धरा से गोधन के संरक्षण का शखंनाद हुआ। पट्टी की तमाम ग्राम पंचायतों की पहल पर द्रोणांचल गोधाम ने यहां मूर्तरूप ले लिया है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 90 गायों का तिलक एवं पूजन कर धाम का विधिवत श्रीगणेश किया गया।

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दरअसल, सांस्कृतिक, एतिहासिक व धार्मिक लिहाज से उर्वर पाली पछाऊ पट्टी में गोवंशीय मवेशियों को सम्मान व संरक्षण के लिए ग्रामीण बेहद जागरूक रहे हैं। इसी का नतीजा रहा कि ग्राम पंचायत भतौरा, बिंता, सुरना, भतौरा व दुधोली के मुखिया व पशुपालकों ने गोधाम की स्थापना का संकल्प लिया। बीती दो जून को भतौरा के थामण क्षेत्र में नीव रखी गई थी। इस बीच चार टिन शेड तैयार कर लिए गए। शेष निर्माण प्रगति पर है।

इधर मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोधाम के कपाट खोले गए। पंडित पीतांबर जोशी ने विभिन्न अनुष्ठान पूर्ण कराए। गोधन की सेवा के लिए यहां लाई गई 90 गोवंशीयों का तिलक व पूजन कर विधिवत प्रवेश कराया गया।

इस अवसर पर द्रोणांचल गोधाम समिति संरक्षक हीरा सिंह अधिकारी, प्रबंधक दीवान सिंह अधिकारी, अध्यक्ष बीआर आगरी, प्रधान भतौरा शंकर राम, बीडीसी हरीश अधिकारी, कमला कैड़ा, बचे सिंह बिष्ट, एचआर आर्या, भुवन लहरी, नंदन सिंह, चंदन सिंह, प्रकाश अधिकारी, कालू राम, जीवन सिंह, डिगर सिंह, उमेद सिंह, शंकर कैड़ा, महेंद्र सिंह, लाल सिंह, मनोहर सिंह आदि उपस्थित रहे।


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