Move to Jagran APP

बारिश:::: फोटो:: दोमंजिला मकान जमींदोज, बुजुर्ग मलबे में दबा

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : मानसूनी बारिश अब कहर बरपाने लगी है। यहां बिठोली गांव में मूसलधार बारिश

By Edited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 05:39 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 05:39 PM (IST)
बारिश:::: फोटो:: दोमंजिला मकान जमींदोज, बुजुर्ग मलबे में दबा

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : मानसूनी बारिश अब कहर बरपाने लगी है। यहां बिठोली गांव में मूसलधार बारिश के बीच दो मंजिला कमान जमींदोज हो गया। हादसे में घर में सो रहे बुजुर्ग की मलबे में दबकर मौत हो गई। घंटों की मशक्कत के बाद उसका शव बाहर निकाला जा सका। एसडीएम ने मौका मुआयने के बाद रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

loksabha election banner

दिल दहला देने वाला हादसा मंगलवार देर रात हुआ। तहसील क्षेत्र से 23 किमी दूर दुर्गम बिठोली गांव में सदी राम (80) का दोमंजिला मकान तेज बारिश में धराशाई हो गया। बुजुर्ग घर में अकेला रहता था और हादसे के वक्त सोया हुआ था। आसपड़ोस के लोगों ने मकान गिरने की तेज आवाज सुनी तो वह घबरा गए। जब तक लोग मौके पर पहुंचते पुरानी शैली में बना दोमंजिला मकान मलबे का ढेर बन चुका था। इससे गांव में हड़कंप मच गया। इसी बीच राजस्व पुलिस को इत्तला दी गई। मध्यरात्रि राजस्व उपनिरीक्षक ललित प्रसाद मौके पर पहुंचे। तेज बारिश के कारण राहत व बचाव कार्य तेज न हो सका। बुधवार सुबह मलबा हटाने का काम शुरू हुआ। घंटों मशक्कत के बाद बुजुर्ग का शव बरामद हो पाया। बाद मे एसडीएम एपी वाजपेयी व प्रभारी तहसीलदार रामकृष्ण लाल भी मौके पर पहुंचे।

=========

::::: इंसेट

पिता नहीं इकलौते बेटे ने चुना पलायन

द्वाराहाट : वह गरीब था। रोजी-रोटी का संकट ऐसा कि सदीराम के इकलौते बेटे को पिता का साथ छोड़ पलायन करना पड़ा। मगर जीवट सदीराम ने पैतृक भूमि न छोड़ने की जिद ही ठान ली थी। मुफलिसी में दिन बिता रहे बुजुर्ग को जरा भी अहसास न रहा होगा कि खून पसीने की कमाई से खड़ा किया दोमंजिला मकान उसी की जिंदगी पर भारी पड़ जाएगा। आपदा में मारे गए सदीराम का इकलौता पुत्र गोपाल राम हल्द्वानी में मजदूरी करता है। उसकी बीवी व तीन बच्चे साथ में रहते हैं। दो जून की रोटी के जुगाड़ में बेटे व बहू ने बुजुर्ग सदीराम को तन्हा तो छोड़ दिया पर इसका मलाल उन्हें जिंदगी भर सालता रहेगा।

=========

::::::: इंसेट

'प्राकृतिक आपदा में मृतक के परिजनों को चार लाख जबकि मकान के पूरी तरह ध्वस्त होने पर एक लाख रुपये मुआवजे का प्रावधान है। सदी राम के आश्रित को आर्थिक मदद मिल सके, इसके लिए रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है।

- एपी वाजपेयी, एसडीएम'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.