दावानल बेकाबू
रानीखेत : लगातार बढ़ती तपिश के साथ दावानल भी बेकाबू होती जा रही है। घिंघारीखाल व आसपास के जंगलों में
रानीखेत : लगातार बढ़ती तपिश के साथ दावानल भी बेकाबू होती जा रही है। घिंघारीखाल व आसपास के जंगलों में लगी आग दूसरे दिन भी काबू में नहीं आ सकी। विभागीय कर्मचारी दावानल को नियंत्रण में करने में दूसरे दिन भी नाकाम रहे। जंगल में आग लगने के कारण जहां जंगली जानवर आबादी का रुख करने लगे हैं वहीं मवेशियों के लिए चारा घास की भी खासी किल्लत होने लगी है।
बढ़ती तपिश के साथ ही जंगलों में लगने वाली आग ने भी दायरा बढ़ा लिया है। चारों ओर जंगलों में लगी आग के कारण पूरे क्षेत्र के धुएं ने आगोश में ले लिया है। घिंघारीखाल के वन क्षेत्र में शुक्रवार को लगी आग दो दिन बात भी काबू में नहीं आ सकी। जंगलों में दावानल केकारण जहां जंगली जानवर सुअर, गुलदार आदि आबादी का रुख करने लगे हैं वहीं मवेशियों के लिए चारा घास का संकट भी पैदा होने लगा है। जंगलों में घोंसला बनाकर रहने वाले पक्षी आग की भेंट चढ़ रहे हैं।
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दावानल में काबू पाने के लिए टीमें गठित कर दी गई है। शीघ्र ही इस पर नियंत्रण कर लिया जाएगा। दावानल रोकने के लिए छह क्रू स्टेशन बनाकर प्रत्येक स्टेशन पर चार-चार आदमी तैनात किए गए हैं।
'दीवानी राम वन क्षेत्राधिकारी, रानीखेत'