सालों पहले मृत लोगों के परिजनों को कर दिया बीमा भुगतान
अल्मोड़ा : सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार का खेल किस तरह बेरोकटोक जारी है। इसका अंदाजा धौलादेवी विकास खं
अल्मोड़ा : सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार का खेल किस तरह बेरोकटोक जारी है। इसका अंदाजा धौलादेवी विकास खंड में देखने को मिला है। जहां ब्लॉक और समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों द्वारा नियम-कायदों को ताक पर रखकर सालों पहले मृत लोगों के नाम पर उनके परिजनों को जनश्री बीमा योजना का तीस-तीस हजार रुपये भुगतान कर दिए। आरटीआइ के जरिये अभी ऐसे चार मामलों का खुलासा हुआ है। जबकि विकास खंड में ऐसे ही कई मामलों में सरकारी खजाने को चपत लगाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
वर्ष 2008 से लेकर 2010 तक विकास खंड धौलादेवी के कई लोगों को जनश्री बीमा योजना के तहत बीमे के दावे का भुगतान किया गया था। इनमें विकास खंड की खिमुली देवी पत्नी खीमानंद निवासी सिरानी, राम सिंह पुत्र धन सिंह निवासी सेली, खिमुली देवी पति गौरी राम और नरूली देवी पत्नी नारायण दत्त निवासी तापनी को भी जनश्री बीमा योजना के तहत तीस-तीस हजार रुपये का भुगतान इन वर्षो में किया गया। कुछ दिनों पहले पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेश चंद्र भट्ट द्वारा आरटीआइ में जनश्री बीमा योजना में लाभान्वित होने वाले पात्रों की सूची मांगी गई। विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। सिरानी निवासी खिमुली देवी के पति वर्ष 1993 में हो चुकी है। जबकि सेली निवासी राम सिंह के पिता धन सिंह की मृत्यु 1999, तापनी निवासी खिमुली देवी की मृत्यु 2006 और नरूली देवी के पति नारायण दत्त की मृत्यु 1989 में हो चुकी है। इसके बावजूद समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2009-10 में इन लोगों को इस योजना के तहत तीस-तीस हजार रुपये फर्जी तरीके से दे दिए गए। सरकारी योजनाओं में बढ़ता भ्रष्टाचार जहां पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं दिला पा रहा है। वहीं भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी बेखौफ होकर सरकारी खजाने से अपनी जेबें गरम कर रहे हैं।