मंदिर में पशुओं को लाने पर रोक
द्वाराहाट: मंदिर में पशु बलि रोकने तथा पशु को मंदिर परिसर तक लाने पर रोक लगाने की मांग को लेकर विभिन
द्वाराहाट: मंदिर में पशु बलि रोकने तथा पशु को मंदिर परिसर तक लाने पर रोक लगाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों की मंथन गोष्ठी हुई। गोष्ठी में चैत्र नवरात्रों में कई मंदिरों में पशु बलि नहीं होने पर संतोष व्यक्त किया है। साथ ही देघाट मंदिर की घटना पर अफसोस जताते हुए पशु बलि रोकने के लिए जन जागरुकता अभियान चलाने पर सहमति व्यक्त की गई।
यहां गायत्री परिवार, पशु बलि निवारण मंच सहित विभिन्न संगठनों की गोष्ठी में वक्ताओं ने बलि के लिए पशुओं को मंदिर परिसर में ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। कहा किएक ओर पशुओं को बांध कर मंदिर परिसर की परिक्रमा करवाना व मंदिर समिति को सौंपना बेहद चिंता का विषय है। वहीं मंदिर समिति द्वारा पशुओं को बेचना और भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है। वक्ताओं ने देघाट मंदिर प्रकरण पर अफसोस जताते हुए कहा कि जब बलि के लिए पशु मंदिर परिसर में पहुंच जाएंगे तो मौका मिलने पर बलि भी दी जा सकती है। इस संशय को दूर करने के लिए पशुओं के मंदिर परिसर में प्रवेश पर रोक लगाई जाए। तय किया गया कि इसके लिए संगठन शीघ्र ही जन जागरण अभियान चलाकर लोगों को जागरुक करेंगे। मौके पर गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता नवीन चंद्र जोशी, पशु बलि निवारण मंच के शंकर तिवारी, राजेश कांडपाल, पंकज जोशी, मीना तिवारी, प्रताप बिष्ट, खीमा नंद, प्रयाग कांडपाल आदि मौजूद थे।