कलाकारों ने बिखेरे लोक संस्कृति के रंग
चौखुटिया : अगनेरी मैया मंदिर में चल रहे आठों कौतिक में शुक्रवार को तीसरे दिन भी लोक कलाकारों और स्कू
चौखुटिया : अगनेरी मैया मंदिर में चल रहे आठों कौतिक में शुक्रवार को तीसरे दिन भी लोक कलाकारों और स्कूली बच्चों ने संस्कृति के ऐसे रंग बिखेरे की दर्शक झूम उठे। इस दौरान हास्य कलाकारों की रचनाओं ने सभी को लोटपोट कर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत देवी वंदना दैंणी है जाये मेरी नंदा भगोती की बेहतरीन प्रस्तुति से हुई। इसके साथ ही सांस्कृतिक कला मंच चौखुटिया, गेवाड़ सांस्कृतिक मंच दिल्ली, बोनाफाइड पब्लिक स्कूल व लक्ष्मी नारायण स्कूल समेत अन्य स्थानीय कलाकारों की विविध रोचक व मनमोहक प्रस्तुतियों ने ऐसा समा-बांधा कि लोग देर शाम तक पंडाल में जमे रहे।
दिल्ली से आए मंच के प्रसिद्ध लोक कलाकार शिव दत्त पंत, गोपाल मठपाल, भुवन आर्या, बसंती बिष्ट व कल्पना रौतेला के एकल गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध किया। वहीं, सास्कृतिक मंच चौखुटिया की टीम ने भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
गायक भुवन आर्या की शराब पर आधारित लोकगीत प्रस्तुति ने खूब वाहवाही बटोरी। वहीं भवाली से आए लोकगायक व हास्य कलाकार शिरोमणी भतरौजी, आमंत्रित कलाकार धर्म सिंह ने कई नॉन स्टाप कुमाऊंनी व गढ़वाली गीत सुनाकर लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया। दर्जामंत्री व विधायक मदन सिंह बिष्ट ने चैत्राष्टमी को क्षेत्र का पौराणिक मेला बताया। कहा कि इसे जीवंत बनाए रखना जरूरी है। संचालन लीला संगेला, आनंद नाथ व जीवन मेहरा ने बारी-बारी से किया। इस दौरान अध्यक्ष डॉ. कुलदीप बिष्ट, जीवन नेगी, रंगकर्मी जसी राम आर्य, हरदा, चंदन मेहरा, बीरेंद्र बिष्ट, दान सिंह कुमयां, तारा सिंह, दयाल मेहरा, पंडित नंदा बल्लभ, गणेश कांडपाल, प्रधान शारदा देवी, ध्यान सिंह बिष्ट, हीरा सिंह मनराल, सुरेंद्र मनराल, नंदन सिंह, कुबेर सिंह कठायत, मान सिंह पटवाल, हीरा सिंह नेगी व जगत नेगी आदि मौजूद थे।