लूटपाट करने वाले तीन नेपाली गिरफ्तार
बागेश्वर : तीन दिन पूर्व रीमा के कुलगड़ा गांव में दंपति को बंधक बनाकर लूटपाट करने वाले तीन नेपालियों
बागेश्वर : तीन दिन पूर्व रीमा के कुलगड़ा गांव में दंपति को बंधक बनाकर लूटपाट करने वाले तीन नेपालियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से लूट का माल व नगदी बरामद कर ली गई है। पुलिस टीम की कामयाबी पर डीजीपी ने टीम को दस हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की।
26 फरवरी की रात चार नेपालियों ने घर में घुसकर कुलगड़ा गांव निवासी देवकी नंदन पाठक और उनकी पत्नी राधा पाठक के साथ मारपीट की। दोनों को बंधक बनाकर सोने की नथ व मांग टीका, चांदी के पायल, सोने की बाली, घड़िया, दो मोबाइल फोन और 22 हजार रुपये की नकदी लूट ले गए थे। घटना की रिपोर्ट दंपति ने कपकोट थाने में लिखवाई थी। पुलिस ने छानबीन शुरू की। लूट में शामिल नेपाली जिस घर में ठहरे हुए थे, वहां तलाशी में डोकोमो का रिचार्ज कूपन व स्क्रेच कार्ड मिला। इसे सर्विलांस में लगाने पर नंबर धारक की लोकेशन कमेड़ी देवी व बेरीनाग क्षेत्र में मिली। इस पर पुलिस टीम ने आसपास के सभी थाना क्षेत्रों को अलर्ट कर दिया। 28 फरवरी की सुबह घेराबंदी कर कमेड़ीदेवी के महरूड़ी जंगल से होकर पैदल जा रहे नेपाल के दैलेख बेरीअंचल निवासी बहादुर पुत्र खड़क बहादुर, भक्त बहादुर पुत्र पहलवान बहादुर, राम बहादुर पुत्र दन बहादुर को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों के पास से लूटा गया सामान और 12 हजार रुपये बरामद किए गए। तीनों आरोपियों की पहचान पुलिस टीम के साथ मौजूद राधा पाठक के देवर ने की। एसपी ने बताया कि इस घटना में लिप्त चौथा आरोपी धर्मराज आचार्य पकड़ में नहीं आ सका। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
लूटपाट के आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में कपकोट के थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश रायपा, रीमा के चौकी प्रभारी जगदीश सिंह, हेड कांस्टेबल केशव लाल, कृष्ण कुमार, राम सिंह राणा, एसओजी के मनोज बेनीवाल व पिथौरागढ़ के एसओजी प्रभारी शिशुपाल व बेरीनाग के थानाध्यक्ष विरेंद्र शाह रहे। लूटपाट की घटना खुलासा करने पर डीजीपी की ओर से 10 हजार, डीआइजी कुमाऊं रेंज की ओर से पांच हजार और बागेश्वर के एसपी एनएस नपलच्याल की ओर से ढाई हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की गई है।