सूखे हलक, ठिठुरते लोग धमके डीएम दरबार
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: बर्फबारी व कड़ाके की ठंड में लोगों के हलक सूखने लगे हैं। जल संस्थान की पेयज
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: बर्फबारी व कड़ाके की ठंड में लोगों के हलक सूखने लगे हैं। जल संस्थान की पेयजल व्यवस्था से परेशान लोग सोमवार को डीएम के यहां धमक पड़े। इस दौरान लोगों ने पेयजल संकट को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। साथ ही जल्द पेयजल व्यवस्था दुरूस्त न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
सोमवार को भारी बर्फबारी व कड़ाके की सर्दी में भी निकटवर्ती पहल, सैनार व तलाड़ व पौधार समेत कई गावों लोगों का जत्था ग्राम प्रधान विनोद कनवाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया। यहां ग्रामीणों ने पेयजल संकट को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की कि गांव में डोल से पेयजल योजना बताई गई और खत्याड़ी में टैंक बनाकर इन गांवों को पाइप लाइन दी गई है। लेकिन पाइप लाइन का हाल यह है कि भले ही टैंक ओवर फ्लो हो रहा हो, मगर दूसरी ओर ग्रामीण पानी को तरसते रहते हैं। यह स्थिति करीब एक साल से बनी है, जिससे ग्रामीण बेहद परेशान हैं। कड़ाके की सर्दी व बर्फबारी में ही ग्रामीणों का डीएम दरबार पहुंचना समस्या के गंभीर होने का संकेत है। उन्होंने कहा कि इन गांवों में वितरण व्यवस्था चरमराई है और तलाड़ की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है। गांव के स्कूलों में भी पानी की व्यवस्था नहीं है। मगर विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जल्द व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस पर डीएम विनोद कुमार सुमन ने महकमे के अधिकारियों को तत्काल गांवों की पेयजल समस्या दूर करने के निर्देश दिए। इस मौके पर ललित कनवाल, विशन सिंह, बसंत सिंह, कुंदन सिंह, नीरज सिंह, आनंद सिंह, किशन सिंह, बलवंत सिंह, चंदन सिंह, हेमंत सिंह, हरीश सिंह, बबलू सिंह, सूरज सिंह, मोनू सिंह, पान सिंह, शांता सिंह, मदन सिंह बिष्ट, गोविन्द पिल्खवाल आदि शामिल थे।