उपेक्षा पर गरजे राज्य आंदोलनकारी, प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : मांगों की अनदेखी से भड़के राज्य आंदोलनकारियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट में प
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : मांगों की अनदेखी से भड़के राज्य आंदोलनकारियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारियों ने बेमियादी धरना आरंभ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलक्ट्रेट में आयोजित सभा में राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि जिनके त्याग व समर्पण से उत्तराखंड राज्य बना, उन्हें प्रदेश की कांग्रेस व भाजपा सरकारों ने घोर निराशा दी है। राज्य बनने के 13 वर्षों बाद भी कई आंदोलनकारी अब तक
चिन्हित भी नहीं हो पाए हैं। जो चिन्हित भी हैं, उन्हें सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं। यही नहीं, राज्य सरकार द्वारा जो सुविधाएं घोषित की गई हैं, वह नाम मात्र की बनकर रह गई हैं। वक्ताओं ने वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों को राज्य सेनानी घोषित किए जाने, राज्य प्राप्ति के लिए संघर्षरत आमरण अनशनकारियों तथा एक दिन भी जेल गए आंदोलनकारियों को नौकरी देने, परिवहन सुविधा को सभी राज्यों के लिए लागू किए जाने, स्वास्थ्य सुविधा परिवार के सभी सदस्यों को दिए जाने, राज्य आंदोलनकारियों के दो बच्चों को विश्वविद्यालयी व तकनीकी शिक्षा निशुल्क दिए जाने, राज्य प्राप्ति में मुकदमे झेलने वाले आंदोलनकारियों को विशिष्ट श्रेणी का आंदोलनकारी घोषित करने की मांग उठाई गई।
धरना-प्रदर्शन व सभा में ब्रहमानंद डालाकोटी, महेश परिवार, एलडी शर्मा, किशोरी लाल वर्मा, दौलत सिंह बगड्वाल, बसंत जोशी, बहादुर राम, काशीदत्त्त पेटशाली, खीम सिंह, गोपाल सिंह बनौला, लाल सिंह, महेश पांडे, दिनेश शर्मा, पूरन सिंह, मदन राम, सुंदर राम, कैलाश राम, मोहन राम, कुंदन सिंह, नवीन राम, तारा राम, धनी राम, शिवराज बनौला, लछम सिंह आदि मौजूद थे।