गैरसैंण को स्थायी राजधानी के लिए आंदोलन
जागरण संवाददाता, चौखुटिया: गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने की मांग को लेकर उक्रांद ने एक बार फिर व्यापक जन आंदोलन शुरू करने का एलान किया है। इसके लिए पार्टी ने चरणबद्ध कार्यक्रम की घोषणा की है। इसमें जनपद मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन व मुख्यमंत्री आवास का घेराव जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। राज्य आंदोलनकारियों को चिन्हित करने की समय सीमा भी बढ़ाने की मांग की है।
उत्तराखंड क्रांति दल का वार्षिक अधिवेशन स्व. विपिन त्रिपाठी सभागार कक्ष गैरसैंण में संपन्न हुआ। शुभारंभ केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने गैरसैंण राजधानी को जन भावनाओं से जुड़ा मसला बताया। कहा कि इसके बिना समग्र राज्य की परिकल्पना अधूरी है।
इस दौरान दल द्वारा अपने पुराने सवालों को पुन: प्रमुखता से उठाने का फैसला लिया गया। इसके तहत 25 सितंबर से एक अक्टूबर तक उत्तराखंड बचाओ-उत्तराखंड बसाओ अभियान शुरू किया जाएगा। साथ ही जल, जंगल व जमीन के प्रति जन चेतना जगाने के लिये कुमाऊं मंडल में 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक यह अभियान चलाने का निर्णय हुआ। साथ ही गैरसैंण राजधानी के सवाल को लेकर 1 नवंबर से 14नवंबर तक हर जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन होगें। बैठक में तय हुआ 21 नवंबर को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास का घेराव होगा। संचालन पुष्कर धामी व पंकज व्यास ने किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डा. नारायण दत्त जंतवाल, पुष्पेश त्रिपाठी, बीडी रतूडी, चारू चंद्र तिवारी, अध्यक्ष श्याम नारायण, महेश परिहार, जगदीश बुधानी, नरेंद्र अधिकारी, केएन डोबाल, अवतारराणा, भूपाल सिंह गुसाई, प्रकाश पांडे, सुरेश डालाकोटी, सलीम अहमद, ब्रह्मा नंद डालाकोटी समेत सभी केंद्रीय पदाधिकारी मौजूद थे।