हीरे और सोने से जड़ा डेढ़ लाख रुपये का है गुलाबी मीनाकारी से बना यह 11 इंच का बाज
प्रवासी भारतीय दिवस आयोजन के बीच काशी की प्रसिद्ध गुलाबी मीनाकारी में अब जान आ गई है, सरकार की पहल पर हस्तशिल्पियों के उत्पाद अब लाखों रुपये में बिक रहे हैं।
By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 10:59 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 11:05 AM (IST)
वाराणसी, जेएनएन। काशी की प्रसिद्ध गुलाबी मीनाकारी में अब जान आ गई है। सरकार की पहल पर हस्तशिल्पियों के उत्पाद अब लाखों रुपये में बिक रहे हैं। इसी कड़ी में शहर के ब्रह्माघाट निवासी बलराम ने गुलाबी मीनाकारी से एक ऐसा बाज बनाया है, जिसकी कीमत डेढ़ लाख रुपये है। 11 इंच के इस बाज में हीरे की परत व सोना भी जड़ा हुआ है। इसके साथ अन्य कई उत्पाद भी दीन दयाल हस्तकला संकुल में रखा है।
बलराम ने बताया कि बाज को पहले राजा-महाराजा बड़ी शान से हाथ पर रखते थे। इसी को ध्यान में रखते बाज बनाया गया है। इसमें 92 हीरे की परत व 7.5 ग्राम सोना इस्तेमाल किया गया। इसको चंदन की लकड़ी के बने बेस में रखा गया है। इसको बनाने में करीब चार माह का समय लगा है। इसके अलावा स्फीटिक पत्थर से आठ इंच के अन्य उत्पाद बनाया गया है। इसमें कई बाज है, जिसकी कीमत 80 हजार रुपये है। बताया कि इन उत्पाद को प्रवासी भारतीय दिवस को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
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