बाल सुधार गृह के अधीक्षक समेत चार कर्मी निलंबित
वाराणसी : बाल सुधार गृह (रामनगर) में एक जुलाई को हुए बवाल और आगजनी की घटना में प्रथम दृष्टया दोषी मा
वाराणसी : बाल सुधार गृह (रामनगर) में एक जुलाई को हुए बवाल और आगजनी की घटना में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए विभाग ने अधीक्षक समेत चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित सभी कर्मियों को इलाहाबाद कार्यालय से संबद्ध किया गया है। साथ में दो आउट सोर्सिग कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। सभी कर्मियों के खिलाफ रामनगर थाने में भी मामला दर्ज है। मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने पर और लोगों के खिलाफ कार्रवाई तय है।
विदित हो कि बाल सुधार गृह में बंद किशोरों ने एक जुलाई की सुबह बवाल करने के साथ अंदर रखे समानों व बाइक को आग के हवाले कर दिया था। पथराव करने के साथ कई समानों को तोड़ दिया था। किशोर परिसर से बाहर निकल आए थे जिससे कुछ देर के लिए क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। बंद किशोरों को नियंत्रित करने में पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा। निदेशक के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी पीके त्रिपाठी की जांच रिपोर्ट पर प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए बाल सुधार गृह के तत्कालीन अधीक्षक क्षमानाथ राय, केयरटेकर बृजेश कुमार सिंह, भोनानाथ यादव और प्रकाश चंद्र निषाद को निलंबित कर दिया। इन सभी कर्मियों को इलाहाबाद कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है जिससे जांच प्रभावित नहीं हो। इसके अलावा आउट सोर्सिग पर रखे गए अनुसेवक विकास सिंह, संतोष सिंह को हटा दिया गया है।
मिथिलेश सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया
बाल सुधार गृह (रामनगर) अधीक्षक के निलंबित होने के बाद शासन ने मिथिलेश कुमार सिंह को अधीक्षक पद पर तैनाती कर दी है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया।