बाबा दरबार के विस्तारीकरण बिना हाईटेक सुरक्षा संभव नहीं
वाराणसी : काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के विस्तारीकरण के बिना वहां हाईटेक सुरक्षा-व्यवस्था के इंतज
वाराणसी : काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के विस्तारीकरण के बिना वहां हाईटेक सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम में काफी दिक्कत होगी। विस्तारीकरण के बाद ही हाईटेक सुरक्षा संभव है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई पॉवर कमेटी की गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई। हाई पॉवर कमेटी के अध्यक्ष एडीजी सुरक्षा विजय कुमार गुरुवार को काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। आइजी रेंज दीपक रतन व कमेटी के अन्य सदस्यों के साथ मंदिर परिक्षेत्र का लगभग एक घंटे तक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सामने आई खामियों को दूर करने का निर्देश दिया। इसके बाद कमिश्नरी सभागार में एडीजी सुरक्षा की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। बैठक में मंदिर परिक्षेत्र में लगे एक्स-रे बैगेज स्कैनर के स्थान सहित सुरक्षा के अन्य पहलुओं पर चर्चा हुई। एडीजी ने परिक्षेत्र में विस्तारीकरण के बाबत चल रहे कार्यो की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि जगह कम होने के कारण कई उपकरणों को रखने में कठिनाई हो रही है।
समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में एडीजी सुरक्षा विजय कुमार ने बताया कि परिक्षेत्र में लगे सीसी कैमरों के स्थान पर अब अत्याधुनिक सीसी कैमरे व पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जाने हैं। इसके लिए शासन को 05 करोड़ 82 लाख 58 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा जा चुका है जो विचाराधीन है। आधुनिक कंट्रोल रूम की तैयारी पूरी है लेकिन जगह नहीं है। विस्तारीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही आधुनिक कंट्रोल रूम की स्थापना हो जाएगी। फोर्स की कमी के बाबत जानकारी सामने आई है। एडीजी जोन से फोर्स की उपलब्धता को कहा गया है। बैठक में कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, आइजी रेंज दीपक रतन, एसपी सुरक्षा शैलेंद्र राय, एसपी ग्रामीण अमित कुमार समेत अन्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
बाहर लगाएं एक्स-रे बैगेज स्कैनर : मंदिर परिक्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे एडीजी विजय कुमार ने ज्ञानवापी क्रासिंग होते हुए छत्ताद्वार के रास्ते मंदिर परिसर का भ्रमण किया। श्रृंगार गौरी के पास मस्जिद के पीछे बने मोर्चे पर तैनात जवानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी। रेड जोन में मौजूद एक्स-रे बैगेज स्कैनर द्वारा जगह की कमी के चलते जांच न होने की जानकारी पर उसे बाहर लगाकर जांच के निर्देश दिए। नियंत्रण कक्ष में लगे इलेक्ट्रिक मैप को भी देखा।
170 बुलेट प्रूफ जैकेट खराब :
हाई पॉवर कमेटी की बैठक के दौरान बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। जानकारी के अनुसार मंदिर परिक्षेत्र में बुलेटप्रूफ पहने जवानों में से 170 बुलेट प्रूफ जैकेट खराब हो चुके हैं। खराब जैकेट को बदलने के स्थान पर उसकी मरम्मत कराई जा रही है। इतना ही नहीं परिक्षेत्र में मौजूद एक आटो डोम कैमरा, एक डीवीआर, 39 एचएमडी, 06 डीएफएचएमडी, 03 कमांडो लाइट भी बेकार हो चुके हैं। एक सेंसर गेट काम नहीं कर रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में इतनी संख्या में मौजूद उपकरणों के अक्रियाशील व निष्प्रयोज्य होना घोर सुरक्षा-व्यवस्था के प्रति घोर लापरवाही दर्शाता है जबकि खुफिया एजेंसियां मंदिर को लेकर अक्सर अलर्ट जारी करती हैं। दर्शन-पूजन को प्रतिदिन कोई न कोई वीआइपी बाबा दरबार में हाजिरी लगाता है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का भी 27 मई को मंदिर में दर्शन-पूजन प्रस्तावित है।