निकाय चुनाव में दमदारी से उतरेगी बसपा : रामअचल
वाराणसी : विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद पहली बार बसपा दिग्गजों ने हार की समीक्षा की। प
वाराणसी : विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद पहली बार बसपा दिग्गजों ने हार की समीक्षा की। पीएम के संसदीय क्षेत्र होने के नाते खुद प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने मोर्चा संभाला और वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर व जौनपुर के जिलाध्यक्षों को सोमवार को तलब कर विधानसभा चुनाव में हार के कारण पूछे। साथ ही कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार के तीन साल के कार्यकाल में जनता के हाथ सिर्फ निराशा ही लगी है। ऐसे में इसे ढाल बनाकर कार्यकर्ता नगर निकाय चुनाव में पूरी दमदारी से उतरें, परिणाम सकारात्मक आएंगे।
अशोक विहार कॉलोनी स्थित जोन कार्यालय में आयोजित बैठक में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विकास के वादे के साथ भाजपा चुनावी मैदान में उतरी थी लेकिन हकीकत सबके सामने हैं। नगर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जल्द कर दी जाएगी। जोन इंचार्ज व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली ने कहा कि लोकतंत्र में धांधली की कोई जगह नहीं है लेकिन सत्तादल ने जिस तरह से यूपी चुनाव में ईवीएम का दुरुपयोग किया उससे काफी निराशा मिली है। कहा कि पार्टी नेताओं ने ही ईवीएम की जांच की मांग की थी। इसके बाद ही निर्वाचन आयोग ने ईवीएम जांच की तिथि मुकर्रर की है। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी निकाय चुनाव के लिए तन-मन से लग जाएं। वाराणसी के जिलाध्यक्ष दीपचंद चौधरी को निर्देश दिया कि पीएम के संसदीय क्षेत्र होने के नाते वाराणसी पर पार्टी नेतृत्व की खास नजर है। लिहाजा ज्यादा गंभीरता से काम करने की जरूरत है। इस मौके पर रामकुमार कुरील, दीपचंद चौधरी, शिवबोध राम, शोमनाथ चौधरी, अवनीश, रमाशंकर सहित चारों जिलों के पदाधिकारी मौजूद थे।