श्लोक पाठ सुन विभोर हुए श्रद्धालु
वाराणसी : आदि नदी वरुणा के शास्त्री घाट पर सोमवार की शाम पांच ब्राह्माणों द्वारा दैनिक वरुणा आरती की
वाराणसी : आदि नदी वरुणा के शास्त्री घाट पर सोमवार की शाम पांच ब्राह्माणों द्वारा दैनिक वरुणा आरती की गई। इस दौरान मां वरुणा की पूजा-अर्चन के बाद पुष्प अर्पित किए गए।
बाद में संगीतमय भजनों की मनभावन प्रस्तुति हुई। इसमें संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग के प्रो. हरी प्रसाद अधिकारी के नेतृत्व में लगभग दर्जन भर छात्रों ने एक से बढ़कर एक श्लोक, मंत्र आदि का पाठ किया। 'संस्कृत ही है राष्ट्र भावना, जयति..' और इति गति रूप कल्पिता..' की आकर्षक प्रस्तुति पर हर-हर महादेव का उद्घोष हुआ। बाद में 'हर-हर महादेव शंभू..' की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे। इस दौरान हारमोनियम पर अभिषेक मणि त्रिपाठी, ढोलक पर आशीष मणि व मंजीरा पर अभिषेक उपाध्याय ने संगत किया। इनके अलावा पंडित पद्मलाल, संतोष ब्रह्माचारी व शिवानंद मिश्र ने भी प्रस्तुति दी। इस दौरान केके उपाध्याय, रवींद्र मिश्र, संदीप सिंह, सरोज द्विवेदी, डा. रमेशधर द्विवेदी, आलोक श्रीवास्तव, लियाकत अली, अजीत यादव, टीएन सिंह, जमुना शुक्ला, अजय प्रताप सिंह, अजीत, सीमा मौजूद थीं।