दिखाई अदाकारी, किया सामाजिक बुराइयों पर प्रहार
वाराणसी : बीएचयू में आयोजित अंतर संकाय युवा महोत्सव 'स्पंदन' के चौथे दिन बुधवार को कला, संस्कृति एवं
वाराणसी : बीएचयू में आयोजित अंतर संकाय युवा महोत्सव 'स्पंदन' के चौथे दिन बुधवार को कला, संस्कृति एवं जज्बे का समागम हुआ। लोकनृत्य और जनजातीय नृत्य में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। स्वतंत्रता भवन सभागार में विद्यार्थियों ने सामाजिक बुराइयों पर प्रहार करते हुए अपनी प्रस्तुतियों से कड़े संदेश दिए। इस दौरान नारी सशक्तीकरण, दहेज प्रथा, भगत सिंह की सोच, आजादी, आर्यावर्त का इतिहास आदि विषयों पर लघु नाट्य की प्रस्तुति हुई। इसमें आज आठ टीमों ने हिस्सा लिया।
स्पंदन के तहत विभिन्न जगहों पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने मेहंदी, रंगोली और स्केचिंग में अपना हुनर दिखाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए प्रतिभागियों ने एकल नृत्य और गायन में लोगों को अपनी संस्कृति से रुबरू कराया। एक्सप्रेशन और माइम ने जहा बिना कुछ कहे कई मुद्दों पर प्रहार किया, वहीं शार्ट प्ले में किरदारों ने अपनी अदाकारी से दर्शकों को मुरीद बना लिया। एंफीथिएटर पंडाल में लोकनृत्य और जनजातीय नृत्य के दौरान दर्शक झूम उठे। वहीं वेस्टर्न सोलो गायन के दौरान दर्शकों ने जमकर देशी ठुमके लगाए। इसमें करीब 23 प्रतिभागियों ने प्रस्तुतिया दीं।
दृश्य कला संकाय स्थित अहिवासी कला वीथिका में आयोजित प्रतियोगिताओं में 54 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मेहंदी का थीम 'ब्राइडल' और 'गणेश' पूजा थी। वहीं 'दीपावली' और 'दुर्गा पूजा' थीम पर प्रतिभागियों ने रंगोली बनाई। स्केचिंग की थीम 'रेलवे स्टेशन', 'बाजार' और 'नाव की सवारी' थी।
पं. ओंकारनाथ ठाकुर हॉल में शास्त्रीय एकल नृत्य और गायन में 24 छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुतियां दीं। इसमें रागिनी कल्याण, पवन कुमार चौबे, देनाक्षी मुखर्जी की प्रस्तुति को भी दर्शकों ने सराहा। दूसरी ओर केएन उडप्पा सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 102 प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।