स्वच्छता से पहले पान के पीक पर पाबंदी
वाराणसी : सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर पहले से लगे पान के पीक के दाग भले ही मुंह चिढ़ाते रहे लेकिन न
वाराणसी : सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर पहले से लगे पान के पीक के दाग भले ही मुंह चिढ़ाते रहे लेकिन नई सरकार द्वारा कार्यालयों में पान व गुटखा पर प्रतिबंध के आदेश के बाद प्रशासन गुरुवार को पूरी तरह सतर्क रहा। दफ्तरों में प्रवेश से पूर्व लोगों को रोककर जांच की गई वहीं पान व गुटखा खाकर पहुंचने वालों को प्रवेश नहीं दिया गया।
जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र की ओर से गुरुवार को इस बाबत सभी कार्यालयों को आदेश जारी किया गया कि दफ्तरों में पान व गुटखा खाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। जिलाधिकारी कार्यालय से बकायदा बड़े-बड़े कागजों पर 'पान, गुटका खाना प्रतिबंधित' आदि लिखकर मुख्य द्वार से लगायत परिसर की दीवारों पर जगह-जगह चस्पा भी कराया गया।
हालांकि कलेक्ट्रेट की बहुतायत दीवारें पान व गुटखे के पीक से लाल दिखीं। कर्मचारियों का कहना था कि यह दाग पूर्व के हैं। दूसरी तरफ विकास भवन में सुबह दस बजे से ही इस पर सख्ती शुरू हो गई। पान खाकर आने वाले कर्मचारियों को प्रवेश नहीं दिया गया। प्रवेश के लिए लोगों को बाहर जाकर मुंह धोकर आना पड़ा। भवन के मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मी ने बेहिचक लोगों को रोका। इस बीच कई मर्तबा हो-हल्ला भी मचा। कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि हम पान जरूर खाएंगे पर कहीं थूकेंगे तो कहिएगा। अलबत्ता पूरे दिन गार्ड व पान खाने वालों के बीच कहासुनी होती रही। इस बीच कुछ सरकार की सराहना रहे थे तो वहीं कुछ कोसने से भी नहीं चूके।