सोच-समझकर करें मतदान वरना रोना पड़ेगा पांच साल
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शास्त्रीय संगीत जहां की रग-रग में बसी है। कबीरदास की तपस्थली और महान विभ
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शास्त्रीय संगीत जहां की रग-रग में बसी है। कबीरदास की तपस्थली और महान विभूतियों का गढ़ माने जाने वाला कबीरचौरा ही उपेक्षा का शिकार है। यहां आज भी कई घरों में सीवर नहीं। पीने का पानी साफ नहीं आता। सड़क जर्जर है। इस क्षेत्र का जितना विकास होना चाहिए था उतना नहीं हो पाया।
यह विचार रविवार को 'दैनिक जागरण' की ओर से कबीरचौरा स्थित पिपलानी कटरा में आयोजित चुनावी जन चौपाल में क्षेत्रीय नागरिकों ने कहीं।
लोगों का कहना था कि आज मल्टीस्टोरी इमारतें बन रही हैं। एक ही स्थान पर सैकड़ों लोग रहते हैं। संख्या बढ़ने के साथ कोई व्यवस्था नहीं। शहर में चार पहिया वाहन बढ़ते जा रहे हैं और पार्किंग की कोई व्यवस्था ही नहीं। स्कूल की बसें नो इंट्री में आ जाती हैं। ट्रक भी शहर में प्रवेश कर जाते हैं। पुलिस आंख बंद किए मैनेज करती रहती है।
लोगों ने कहा जनता नेताओं की कार्यप्रणाली को देखकर वोट करे। अगर मतदान के वक्त लालच में आए तो पांच साल तक गलत नेता को झेलना पड़ेगा जिसके लिए जिम्मेदार खुद जनता होगी।
दायित्व समझना होगा
चौपाल में लोगों का कहना था कि सवाल यह है कि नियम बनते रहेंगे मगर पालन कौन करेगा। अवैध निर्माण हो रहे हैं। जनता जब तक अपना दायित्व नहीं समझेगी तब तक नियम का कभी पालन नहीं हो सकता। जनता को अपने दायित्वों को समझना होगा। जनता का कहना था कि उत्तरप्रदेश में नेताओं के चलते बेरोजगारी खत्म नहीं हो रही। उधर नेताओं द्वारा जाति, धर्म की राजनीति करके आज भी जनता को भ्रमित किया जा रहा है जिसमें जनता फंस भी रही है। इसे समाप्त करना होगा तभी सच्चा नेता मिलेगा।
चौपाल में शामिल गोपाल लाल श्रीवास्तव, छत्रधारी सिंह का कहना था कि जनता अगर अपने अधिकारों का प्रयोग करती है तो प्रशासन ही उनके पीछे पड़ जाता है। वहीं एसपी श्रीवास्तव, कामेश्वरनाथ मिश्र का कहना था कि नेताओं की शिक्षा का मानक तय हो। जनता को लालच देने वाले नेताओं का बहिष्कार करेंगे। अखिल आनंद ने कहा आधार कार्ड को वोटर आइडी से लिंक किया जाए, ताकि वोट में धांधली न हो सके।
तब नहीं पैदा होंगे अपराधी
अपराध पर चर्चा करते हुए योगीश्वर प्रसाद, दीपू श्रीवास्तव, सोहन चौरसिया ने कहा क्षेत्रीय लोग क्राइम पर प्रहार करना सीखें, इससे अपराधी पैदा नहीं होंगे। वहीं मतदान पर कहना था कि पांच वर्ष में एक बार जनता का दिन आता है उसे जनता न गंवाए। विनोद शंकर, डा. राजेश्वरी प्रसाद, श्रीनारायण मिश्रा, दिनेश, कीर्ति ने कहा जो जमीन से जुड़ा नेता होगा वह जनता की हर समस्या को महसूस कर पाएगा। ऐसे ही नेता को चुनेंगे। यह भी कहना था कि इस वक्त जो जितना शिक्षित नेता है वह उतना ही भ्रष्ट है। जो मन से जनता की सेवा करना चाहे वही हमारा नेता होगा। चाहे वह कम पढ़ा लिखा ही क्यों न हो। इस दौरान प्रेम मिश्रा ने कहा कि जो भी सरकार आए महिला सशक्तीकरण के साथ आयोग की भी स्थापना करे। ऐसी सरकार चाहते हैं जब नियम, कानून का राज हो न कि अपराध का।
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नामांकन की प्रक्रिया आनलाइन होनी चाहिए, इससे शहर में जाम नहीं लगेगा। जनता जाति, धर्म से परे हटकर मतदान करेगी तभी सच्चा नेता मिलेगा।
-अजय कुमार द्विवेदी
बूथ के साथ ऑनलाइन भी वोटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। कबीरचौरा क्षेत्र में कुटीर उद्योग भी है मगर कोई नेता इस ओर ध्यान नहीं देता।
-राजेश सिंह
जाम की समस्या क ा कारण जनता भी है। सरकार को नियम बनाना चाहिए कि पुरानी काशी में तीन मंजिल से ऊपर की इमारत नहीं बननी चाहिए।
-डा. रविंद्र सहाय
जाम की समस्या समाप्त करने के लिए पूरे शहर क ो वन वे भी किया जा सकता है। वैसे हम मतदान के लिए अपने क्षेत्र में सभी को जागरूक कर रहे हैं।
-सोहन सिंह
नियम तो बनते रहेंगे मगर जब तक लोग अपना दायित्व नहीं समझेंगे कुछ नहीं होगा। पहले सुधरो फिर सुधारो। जनता को पहल करनी होगी।
-डा. रामअवतार पांडेय
वोटिंग ऑनलाइन का मतलब जनता अपने दायित्व से विमुख हो जाएगी। ऐसा नियम बनाओ की मतदान अनिवार्य हो जाए और इसे न किया तो कार्रवाई भी हो।
-मुकुंद उपाध्याय