नोटबंदी के दर्द भरे एक माह
वाराणसी : 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों पर रोक को शायद किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था लेकिन प्र
वाराणसी : 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों पर रोक को शायद किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने आठ नवंबर की रात आठ बजे उसे हकीकत में बदल डाली। चूंकि मध्य रात्रि से नई व्यवस्था लागू होनी थी इसलिए अधिकतर लोगों ने एटीएम की ओर रूख किए। हालांकि एक दिन के बैंक बंदी के बाद दस नवंबर से बैंकों में जो समस्याएं शुरू हुई, वह आज तक बरकरार है। दो दिन एटीएम बंदी के बाद ग्यारह से नोट देने का दावा था लेकिन अभी तक दस प्रतिशत एटीएम भी लोगों का साथ नहीं दे सके। इसके बाद बैंकों की शाखाओं और एटीएम के बाहर लंबी कतारों का सिलसिला थम नहीं रहा।
नोटबंदी की इस अवधि में सरकार ने तमाम कई फैसले लिए, सहूलियतें दीं, लोगों को भरोसा-दर-भरोसा मिला, बावजूद इसके आज भी रुपये की किल्लत बरकरार हैं। मजे की बात यह है कि तमाम समस्याओं के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भरपूर साथ दिया और आज तमाम दुकानें, प्रतिष्ठान, होटल, मॉल्स, स्कूलों में काफी हद तक कैशलेस की व्यवस्था देखने को मिल रही है। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन आने वाले कुछ और दिनों में व्यापक राहत मिल जाएगी।
एक माह का सफर
-8 नवंबर : रात 12 बजे से 500 व 1000 के पुराने नोटों पर रोक
-10 नवंबर : 500 व 2000 के नए नोटों को बाजार में लाने की घोषणा
-12 नवंबर : 14 की रात 12 बजे तक टोल टैक्स फ्री, बिजली बिल व पेट्रोल पंपों पर पुराने नोट ही स्वीकार्य
-14 नवंबर : 4500 रुपये पुराने नोट बदल सकेंगे, सप्ताह भर में 24 हजार की निकासी, एटीएम से 2500 निकाल सकेंगे व 15 जनवरी तक ट्रेजरी में लाइफ सर्टिफिकेट स्वीकार्य की घोषणा
-16 नवंबर : पुराने नोट बदल नए नोट लेने के बाद ऊंगली पर स्याही लगाने की व्यवस्था की घोषणा
-18 नवंबर : शादी का कार्ड दिखा 2.5 लाख रुपये देने की घोषणा व चुनिंदा पेट्रोल पंपों से स्वाइप मशीन से 2500 रुपये निकालने की व्यवस्था
-19 नवंबर : एक दिन बुजुर्गो के लिए समर्पित किया गया
-20 नवंबर : जागरण रिसर्च-एमडीआरए सर्वे में नोटबंदी पर 85 फीसद जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ
-23 नवंबर : बिग बाजार से 2000 रुपये देने की घोषणा, ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग पर 31 तक सेवा कर नहीं
-24 नवंबर : डेबिट कार्ड से लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं
-25 नवंबर : 1000 रुपये के नोट के चलन पर पूरी तरह रोक लगी
-29 नवंबर : 500 रुपये का नोट पहली बार वाराणसी में आया, सप्ताह भर में 24 हजार के बदले 28 हजार रुपये निकालने की घोषणा
-30 नवंबर : कैशलेस की दिशा में बढ़ा परिवहन महकमा
- 01 दिसंबर : खाते में वेतन आया लेकिन रुपये का कम भुगतान हुआ
-02 दिसंबर : पुश्तैनी व वैध सोने पर कोई टैक्स नहीं की घोषणा
-06 दिसंबर : सरकार में सभी तरह के भुगतान ऑनलाइन करने की सिफारिश
हाल लेन-देन का
-निकासी : 1000 करोड़
-पुराने नोट जमा : 2250 करोड़
-जनधन खाता : 400 करोड़ जमा
-बिजली विभाग : 120 करोड़
-नगर निगम : 05 करोड़
-जलकल : 04 करोड़
-डाकघर : 180 करोड़
-सराफा कारोबार : 200 करोड़
-स्वाइप मशीन : दो हजार की बिक्री
-मॉल्स कारोबार : 40 फीसद गिरा
-खुदरा बाजार : 40 फीसद गिरा
-थोक बाजार : 50 फीसद गिरा
- औद्योगिक उत्पादन : 50 फीसद गिरा
-होटल, रेस्टोरेंट : 40 फीसद कमी
(नोट : सभी आंकड़ें अनुमानित)