किसानों का चेक और ज्ञापन लेने से तहसीलदार का इन्कार
वाराणसी : खाते में पैसा नहीं और काट दिया किसानों को ओलावृष्टि राहत चेक। इस कारण चेक बाउंस हो गया व क
वाराणसी : खाते में पैसा नहीं और काट दिया किसानों को ओलावृष्टि राहत चेक। इस कारण चेक बाउंस हो गया व किसान उसे लेकर बैंक और तहसील का चक्कर लगाते रह गए। इस गैरजिम्मेदाराना कार्य और किसानों के साथ मजाक को दैनिक जागरण ने 29 सितंबर के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। इससे किसानों को बल मिला और वे दर्जनों की संख्या में गुरुवार को पिंडरा तहसील पहुंच गए। एसडीएम की अनुपस्थिति में किसानों ने तहसीलदार से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन और चेक देना चाहा। तहसीलदार ने उनका ज्ञापन व चेक लेने से इंकार कर दिया। एक बार फिर किसानों को आश्वासन देकर लौटा दिया। तहसीलदार के यहां बनपुरवा बरही गांव के किसान शिवनाथ सिंह के नेतृत्व में पहुंचे बुद्धिराम, शिवशंकर, प्रेमनाथ, सुखराज, प्रदीप कुमार, बदलराम आदि ने बताया कि तहसीलदार ने उनका ज्ञापन, चेक, नाम पता कुछ भी नहीं लिया। कहा कि जल्दी ही पैसे की व्यवस्था कर नया चेक जारी कर दिया जाएगा।
क्या था चेक बाउंस का मामला
वर्ष 2015-16 में ओलावृष्टि से तबाह हुए पिंडरा के किसानों को खाते में पैसा नहीं होने के बाद भी मुआवजा का चेक पकड़ा दिया गया। किसान जब चेक लेकर बैंक पहुंचे तो वहां पता चला कि तहसील के खाते में पैसा ही नहीं है। किसान चेक लेकर घूमते रहे और उसकी छह माह की तय अवधि बीत गई।