बेटे-बेटी समेत युवती गंगा में कूदी
वाराणसी : गृहकलह से ऊबकर रविवार दोपहर बाद एक युवती अपने दो बच्चों संग विश्वसुंदरी पुल से गंगा में कू
वाराणसी : गृहकलह से ऊबकर रविवार दोपहर बाद एक युवती अपने दो बच्चों संग विश्वसुंदरी पुल से गंगा में कूद गई। पास ही मछली पकड़ रहे मल्लाह महेश निषाद ने जान पर खेलकर युवती को तो बचा लिया लेकिन उसके दो बच्चों का पता नहीं चला। पुलिस दोनों की तलाश करा रही है। एनडीआरएफ को भी इसकी सूचना दे दी गई है। बच्चों को न पाकर युवती की हालत रह रहकर खराब हो जा रही थी। उसे मंडलीय अस्पताल भेज दिया गया।
कैमूर (बिहार) के चैनपुर थानांतर्गत इसिया बराई गांव की सुमन (28) का मायका चंदौली में है। उसकी शादी मनोज पासवान से हुई थी। पति हैदराबाद में निजी कंपनी में काम करता है। युवती का आरोप है कि सास-श्वसुर आए दिन प्रताड़ित करते हैं। इसी से क्षुब्ध होकर अपने ढाई साल के पुत्र चंदन व नौ माह की बेटी साक्षी को लेकर वह बस से मलहिया पहुंची। वहां दुकान से चाय व बिस्कुट लेकर बच्चों को देने के बाद कुछ देर पुल के नीचे बैठी रही। इस दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने उसके बैठने की वजह पूछी तो युवती ने बताया कि उसके बहनोई आने वाले हैं, उनका इंतजार कर रही हूं। इसके बाद करीब तीन बजे वह बच्चों के साथ विश्वसुंदरी पुल पर गई और कुछ देर तक टहलने के बाद पहले बेटे चंदन फिर बेटी को गंगा में फेंककर खुद भी कूद गई। इसी दौरान नीचे कुछ मल्लाह मछली पकड़ रहे थे। उनमें से महेश ने युवती को पानी से बाहर निकाला जबकि दोनों बच्चे बह गए। बच्चों की तलाश एनडीआरएफ की टीम कर रही है।
दवा के बहाने निकली थी घर से
युवती को उसके सास-श्वसुर जाने नहीं दे रहे थे लेकिन अपनी तबीयत खराब बताते हुए वह दवा लेने के बहाने घर से निकल गई थी। बाद में सूचना पाकर युवती का नक्खीघाट निवासी बहनोई होरीलाल पासवान मंडलीय अस्पताल पहुंच गया। बहनोई ने बताया कि युवती घर से बहाना करके आई थी।