महाविस्फोटक व ब्लैक होल की लहरों को मापेगा भारत
वाराणसी : प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत ने कई
वाराणसी : प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। रेडीएशन को मापने के लिए एक लैब खोली जा रही है। वहीं दूसरी ओर महाविस्फोटक, ब्लैक होल आदि की लहरों को मापने पर काम चल रहा हे। इसके लिए एक विशेष लैब तैयार की जा रही है। ऐसा होने के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा काम होगा।
प्रो. नार्लीकर ने शनिवार को बीएचयू के एलडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश में अब अंतरिक्ष में हर घटने वाली गतिविधियों का भी सूक्ष्म अध्ययन हो सकेगा। इसके लिए देश में एक नए टेलिस्कोप का निर्माण भी होने जा रहा है। इस कार्य में कई देशों का सहयोग भी मिली रहा है। इसके बाद शाम को उन्होंने विज्ञान संस्थान के संकुल में आयोजित 'रीसेंट डेवलपमेंट इन एस्ट्रोनोमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स' विषय पर अपना तकनीकी व्याख्यान दिया।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरिक्ष शोध के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इस अवसर पर प्रो. आरपी मलिक, प्रो. उमेश सिंह, प्रो. आरएस तिवारी ने भी विचार रखे। अध्यक्षता संस्थान के निदेशक प्रो. बी सिंह ने की। धन्यवाद ज्ञापन स्वागत प्रो. बीके सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. एके सिंह ने किया।
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प्रो. नार्लीकर का व्याख्यान पांच को भी
वाराणसी : बीएचयू के पुरातन छात्र एवं विश्वविख्यात खगोलविद प्रो. जेवी नार्लीकर पांच सितंबर को स्वतंत्रता भवन में आयोजित कार्यक्रम में भी उपस्थित रहेंगे। यहां पर 'मालवीय जी का आदर्श विश्वविद्यालय का दृष्टिकोण' विषय पर अपने विचार रखेंगे।