संक्रामक बीमारियों का हमला, अस्पतालों में बेड फुल
वाराणसी : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर में तेजी से उतार होने के बाद कीचड़, कड़ी धूप व
वाराणसी : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर में तेजी से उतार होने के बाद कीचड़, कड़ी धूप व नगर में कूड़े के अंबार के चलते अब संक्रामक रोगों ने हमला बोल दिया है। गंदगी, कीचड़ व तेज धूप से मच्छरों व संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। एक सप्ताह से शहर के मंडलीय अस्पताल व दीनदयाल अस्पताल में सभी बेड फुल चल रहे हैं। कुछ ऐसे ही हालात लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सालय रामनगर के भी हैं।
बाढ़ के बाद संक्रमण व जल जनित बीमारियों से पीड़ित मरीजों के अस्पतालों में बढ़ने की आशंका को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी अस्पतालों को सतर्क कर दिया है कि मरीजों की देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए। साथ ही हालात पर नियंत्रण होने तक कर्मियों की छुट्टी भी रद कर दी गई है।
मंडलीय अस्पताल में 300 बेड फुल होने के बाद अतिरिक्त बेड की भी व्यवस्था की जा रही है। दीनदयाल अस्पताल में भी ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी वार्ड, मेडिकल वार्ड आदि फुल हो गए हैं। बेड खाली होने पर ही दूसरे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। जिले में 328 डाक्टरों के पद के अलावा 50 से अधिक चिकित्सक संविदा पर तैनात किए गए हैं।
दवाओं की स्थिति
स्वास्थ्य विभाग ने दवा को लेकर पहले ही सभी सरकारी अस्पतालों को सतर्क कर दिया था। यही कारण है कि जीवन रक्षक सारी जरूरी दवाएं स्टाक में हैं। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर सभी अस्पताल रोगी कल्याण समिति के तहत 20 हजार रुपये तक की दवा की खरीदारी कर सकते हैं।
इनसे हैं सर्वाधिक पीड़ित
अस्पतालों में डायरिया, वायरल फीवर, टायफाइड, श्वांस के रोगी, संक्रमण जनित व दूषित पानी से होने वाली बीमारी के शिकार आ रहे हैं।
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अस्पतालों में बेड की स्थिति
-कबीरचौरा- 316 - 16 खाली
-पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय - 125 - सभी फुल।
-लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय रामनगर - 153 - 54 खाली।
-आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र - 280
-28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र - 56
-शिवपुर राजकीय अस्पताल - 4
-स्वामी विवेकानंद अस्पताल - 10
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चिकित्सक
-मंडलीय अस्पताल - 35
-पं. दीनदयाल चिकित्सालय - 30
-लालबहादुर शास्त्री चिकित्सालय-26
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पैरामेडिकल स्टाफ
-मंडलीय अस्पताल - 130
-पं. दीनदयाल चिकित्सालय - 50
-लालबहादुर शास्त्री चिकित्सालय-18
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शहर में धर्मादा व निजी अस्पताल
-मारवाड़ी अस्पताल गोदौलिया - 80
-¨हदू सेवा सदन बांसफाटक- 25
-रामकृष्ण मिशन अस्पताल लक्सा - 230
-माता आनंदमयी शिवाला - 37
-बिड़ला अस्पताल मछोदरी पार्क - 45
-जामिया अस्पताल - 120
-मौलाना आजाद बुनकर अस्पताल - 50
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आयुर्वेदिक अस्पताल में 75 बेड सुरक्षित, उतरेगी आइएमए की टीम
शहर के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाओं का भरपूर स्टाक उपलब्ध है। बाढ़ पीड़ित मरीजों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए ट्रस्टी अस्पतालों में भी उपचार की व्यवस्था की गई है। साथ ही संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के आयुर्वेदिक अस्पताल में भी 75 बेड रिजर्व हैं। आइएमए चिकित्सकों की टीम भी राहत कार्य में सहयोग करने उतरेगी।
-डा. वीबी सिंह
मुख्य चिकित्सा अधिकारी।