गांव-गांव पहुंच कर पूछी बच्चों की तबीयत
वाराणसी : दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत पहले दिन सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम ने गांव-गांव,
वाराणसी : दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत पहले दिन सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम ने गांव-गांव, घर-घर संपर्क कर पांच वर्ष तक के बच्चों की तबीयत पूछी और उन्हें ओआरएस पैकेट व जिंक की गोली का वितरण किया।
साथ ही घर वालों को दस्त होने की स्थित में ओआरएस व जिंक देने का तरीका बताया।
वहीं कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आरपी तिवारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काशी विद्यापीठ से दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का औपचारिक शुभारंभ किया। बताया कि जिले में पांच लाख ओआरएस पैकेट व सात लाख जिंक की गोली की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी प्राथमिक व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस व जिंक कार्नर स्थापित किए गए हैं।
ब्लाक स्तर पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों द्वारा अन्य विभागों तथा स्वैच्छिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के साथ इस पखवाड़े के संचालन में सहयोग के लिए बैठक की गई। चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों तथा बीसीपीएम, महिला व पुरुष स्वास्थ्य सर्वेक्षकों द्वारा क्षेत्र में भ्रमण कर कार्यक्रम का सर्वेक्षण भी किया गया।
चिरईगांव : पीएचसी पर एएनएम और एचबी को कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बैठक में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार गुप्ता बताया कि डायरिया प्रभावित परिवार वालों को तीन पैकेट ओआरएस व 14 जिंक की गोली वितरित होगी। विद्यालयों में हाथ धोने के बारे में बताया जाएगा। बैठक में एआरओ अजय चौबे, एचईओ राहुल, एएनएम ने भाग लिया।
सेवापुरी : स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवापुरी के चिकित्साधिकारी डाक्टर रामाशीश ने सभी आशाओं को निर्देशित किया है कि डायरिया पखवाड़े में सभी को अपने क्षेत्र के हर घर पर नजर रखें। डा. अंबुज के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है।
हरहुआ : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एसएस कन्नौजिया ने बताया कि ओपीडी में रोजाना लगभग पांच डायरिया पीड़ित रोगी आते हैं।
बड़ागांव : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ताओं को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आरके सिंह ने निर्देश दिया कि घर-घर दौरा करें। इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुजीत सिंह सहित स्वास्थ्य केंद्र की सभी आशा कार्यकर्ता मौजूद रहे।