वैश्य समाज मुखर, मांगा और राजनीतिक अधिकार
वाराणसी : राष्ट्र के विकास में वैश्य समाज का बड़ा योगदान रहा है किंतु आज भी यह समाज उपेक्षित है। अब य
वाराणसी : राष्ट्र के विकास में वैश्य समाज का बड़ा योगदान रहा है किंतु आज भी यह समाज उपेक्षित है। अब यह समाज चुप नहीं बैठेगा। इस समाज को राजनीति में और अधिकार चाहिए। आगामी विधानसभा चुनाव में समाज उसी राजनीतिक दल को समर्थन देगा, जो इस समाज के प्रतिनिधियों को सबसे अधिक टिकट देगा। यह आवाज रविवार को अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की सभा में बुलंद हुई।
रोटी-बेटी का बनाएं संबंध : नटवर
आस भैरव सुड़िया स्थित अग्रवाल भवन में आयोजित सभा के मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री नटवर गोयल ने वैश्य समाज में सामाजिक एकता और समरसता पर जोर दिया। सभी घटकों से आपस में रोटी-बेटी का संबंध स्थापित करने को कहा। नटवर ने कहा कि समाज ने हमेशा से देश के स्वर्णिम विकास में योगदान दिया है। वर्तमान में राजनीतिक क्षेत्र में भी अधिक से अधिक युवाओं को आगे आने की जरूरत है।
सेवा-समर्पण व त्याग का इतिहास : आरके चौधरी
सभा की अध्यक्षता कर रहे इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन व उद्योगपति आरके चौधरी ने वैश्य समाज के गौरवशाली अतीत की चर्चा की। बोले, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भामा साह, राम मनोहर लोहिया व लाला लाजपत राय जैसी महान विभूतियां वैश्य समाज की ही देन हैं। इस समाज के लोग सेवा-समर्पण-संस्कार-सहयोग संग त्याग की प्रतिमूर्ति रहे हैं। श्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय आंदोलन से लेकर पुनर्निर्माण तक समाज का योगदान रहा है। हमें एकता के सूत्र में बंधकर राष्ट्र की राजनीति को साफ-सुथरी बनाने की दिशा में पहल करनी चाहिए।
महानगर अध्यक्ष संदीप अग्रवाल व महानगर महामंत्री विनोद कुमार सेठ ने भावी रणनीति पर प्रकाश डाला। उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल ने भी विचार व्यक्त किया। समारोह में विशिष्टजनों व पार्षदों का सम्मान किया गया। बैठक में डा. एसके गुप्ता, गिरिजा गुप्ता, अशोक अग्रवाल, वीरेंद्र सोनी, अशोक अग्रहरि, श्याम जी सेठ, शंभू नाथ अग्रहरि, शिव प्रताप कसेरा, रतन केशरी, शैलेंद्र अग्रहरि आदि उपस्थित थे।