ई-बोट पर दावा, अस्सी घाट पर भिड़े गंगा पुत्र
वाराणसी : 'सिर मुड़ाते ओले पड़े' सोमवार को सुबह-सुबह यह कहावत अस्सी घाट पर चरितार्थ हुई। प्रधानमंत्
वाराणसी : 'सिर मुड़ाते ओले पड़े' सोमवार को सुबह-सुबह यह कहावत अस्सी घाट पर चरितार्थ हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इसी घाट के गोविंद निषाद को ई-बोट भेंट किया था। रातभर सहेजने के बाद गोविंद सुबह बड़े अरमान से ई-बोट पर सवारी बैठा रहा था किंतु तभी वहां पहुंचे निषाद समाज के एक नेता ने ई-बोट पर यह कहकर जबरन कब्जा कर लिया कि यह बोट तो पीएम ने मुझे सौंपी थी।
दोनों पक्षों में विवाद देख ई-बोट पर सवार सैलानी उतर गए। घाट पर मौजूद कुछ बुजुर्गो के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान गोविंद ने पीएम की ओर से ई-बोट के मिले कागजात व पहचान पत्र भी दिखाए किंतु उसकी एक न चली। खुद को निषाद समाज का नेता बताने वाले व्यक्ति ने ई-बोट पर कब्जा कर उसे हथिया लिया।
पीएम कार्यालय में करेंगे शिकायत..
ई-बोट छिन जाने से निराश गोविंद ने कहा कि वे इसकी शिकायत प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय में करेंगे।
ई-बोट की सवारी..
उधर पीएम की ओर से मिले अन्य ई-बोट पर देशी-विदेशी सैलानियों ने सवारी की। ई-बोट का संचालन कर रहे आकाश निषाद ने कहा कि सवारी बैठाकर ई-बोट चलाने का अहसास सुखद रहा। बोले, ई-बोट की गति काफी धीमी है।
सोलर पैनल नहीं लगा..
ई-बोट के परिचालन के बाबत
ग्वाल साहनी ने कहा कि सोलर पैनल न लगने के कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस पैनल की कीमत एक लाख रुपये से अधिक है। यह संभव नहीं कि नाविक अपनी जेब से एक लाख खर्च कर सोलर पैनल लगवाए। इसके लिए सरकार को ही पहल करनी होगी। सोलर पैनल लगने के बाद चार्जिग की समस्या खत्म हो जाएगी।
बैटरी चार्जिग बड़ी समस्या..
नाविक गोपाल साहनी ने कहा कि ई-बोट में बैटरी की चार्जिग बड़ी समस्या है। बैटरी खोलना और फिर उसे चार्ज कराने जाना नाविकों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है।
दो स्थानों पर हो रही चार्जिग..
विनोद ने बताया कि ई-बोट के बैटरी की चार्जिग अस्सी स्थित एक सिनेमा हाल के करीब व जगन्नाथ मंदिर के पास बने सर्विस सेंटर पर हो रही है किंतु वहां तक बैटरी खोलकर ले जाने में समस्या आ रही है। सरकार को ई-बोट में सोलर पैनल लगवाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
गौरतलब है कि रविवार को अस्सी घाट पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा पुत्रों से मुलाकात की थी। पीएम की ओर से 11 नाविकों को ई-बोट की सौगात दी गई थी। इस दौरान पीएम ने ई-बोट पर सवार होकर अस्सी से तुलसीघाट और मध्य गंगा तक भ्रमण भी किया था।