छात्रों ने बंद कराया दफ्तर, प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : अंकपत्रों की प्रिंटिंग खराब होने व दुर्व्यवहार करने वाले अध्यापक के खिला
जागरण संवाददाता, वाराणसी : अंकपत्रों की प्रिंटिंग खराब होने व दुर्व्यवहार करने वाले अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों ने दूसरे दिन सोमवार को भी जबर्दस्त हंगामा, प्रदर्शन व नारेबाजी की। पाठन-पाठन का बहिष्कार कर छात्रों ने दफ्तर भी बंद करा दिया। केंद्रीय कार्यालय के सामने पूरे दिन छात्र धरने पर बैठे रहे। छात्रों के सामने पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। वहीं छात्रों के विरोध के चलते प्रश्नपत्रों के मुद्रण का कार्य दूसरे दिन भी ठप रहा।
छात्रों का कहना था कि निजी एजेंसी द्वारा बनवाए गए अंकपत्र की प्रिंटिंग खराब है। अंकपत्र की प्रिंट मिट जा रही है। इस संबंध में पहली मई को कुलपति से शिकायत करने गए थे। इस दौरान सहायक प्रॉक्टर दिनेश गर्ग ने छात्रों को पीट कर भगा दिया। ऐसे में अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई होने तक छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वाले वालों में छात्रसंघ अध्यक्ष जितेंद्रधर द्विवेदी, उपाध्यक्ष, शिवशंकर यादव, महामंत्री जीतेंद्र कुमार, सूर्य प्रकाश उपाध्याय, प्रदीप कुमार पांडेय, अभिषेक मिश्र, बली, अवधेश तिवारी सहित अन्य लोग शामिल थे।
खंगाला जा रहा वीडियो रिकार्डिग
पहली मई को कार्यपरिषद की बैठक के दौरान भी छात्रों ने हंगामा किया था। विश्वविद्यालय प्रशासन बैठक की वीडियोग्राफी भी करवाई है। वीडियो रिकार्डिग से हंगामा करने वाले छात्रों को चिन्हित करने का भी प्रयास किया जा रहा है ताकि आरोपी छात्रों पर कार्रवाई की जा सके।
राज्यपाल को लिखेंगे पत्र
अंकपत्रों की प्रिंटिंग में कोई गड़बड़ी नहीं है। खुरचने से कोई भी प्रिंट मिट जाती है। छात्र अनावश्यक परीक्षा की तैयारी में गतिरोध पैदा कर रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस प्रशासन का भी भरपूर सहयोग नहीं मिल रहा है। इस बारे में राज्यपाल/कुलाधिपति को पत्र लिखने का निर्णय लिया गया है।
प्रो. यदुनाथ दुबे, कुलपति