मत देने का अधिकार मिला तो चेहरा खिला
वाराणसी : ग्राम प्रधानी चुनाव सपत्नीक वोट डालने को प्रतापगढ़ से पिंडरा ब्लाक के कछियां गांव में आ
वाराणसी : ग्राम प्रधानी चुनाव सपत्नीक वोट डालने को प्रतापगढ़ से पिंडरा ब्लाक के कछियां गांव में आए इंजीनियर दंपती राजेश वर्मा सरीखे दस मतदाताओं के नाम मंगलवार को मतदाता सूची से गायब होने को लेकर हड़कंप मच गया। सुलतानपुर से मत देने को पहुंचे संतोष वर्मा तथा बनारस से आए पवारू वर्मा के साथ रंजीत, रोहित, सोनम, साधना, मनोज, मीनू, संगीता सुमन आदि के नाम की 'मतदाता सूची' का पेज पीठासीन अधिकारी के पास की सूची से नदारद मिलने और उन्हें अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित कर देने के फरमान पर चेहरा मुरझा गया। बाद में आला अफसरों के हस्तक्षेप पर जब उन्हें अपना मत देने का अधिकार मिला, उनके चेहरे खिल उठे।
पीठासीन अफसर ने पहले किया मना
कछियां गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के पोलिंग बूथ संख्या 24 से जुड़ा यह मसला सुबह 11 बजे पीठासीन अधिकारी अभय चौबे के संज्ञान में लाया गया। हालांकि सूची में नाम न होने का हवाला दे ऐसे मतदाताओं को मतदान करने से रोक दिया।
आला अफसरों का हस्तक्षेप, बनी बात
मतदाताओं ने जब दोपहर एक बजे इस बात की शिकायत कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण व जिलाधिकारी राजमणि यादव से मोबाइल पर की तो पूरा अमला फास्ट हो गया। हूटर बजाते पोलिंग बूथ पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट चंद्रभानु प्रसाद ने पीठासीन अफसर के पास की मतदाता सूची की जब पड़ताल की तो यह पता चला किसूची से गायब दस मतदाताओं का नाम बूथ संख्या 25 में दर्ज है। इस तरह से उन्हें मत देने का जब अधिकार मिला। कछिया गाव में 1257 मतदाताओं की लिस्ट में से 10 मतदाताओं की परिवर्धन सूची दूसरे बूथ पर होने के चलते मतदाताओं को दो घंटे तक परेशान होना पड़ा। हालांकि बाद मतदाताओं ने राहत की सांस ली और चेहरे पर खुशी छलक आई।