अब अनुपस्थिति पर डाक्टर-कर्मियों की बाधित होगी सेवा
वाराणसी : गांवों में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए निरीक्षण अभियान में छठें दिन शुक्रवार को 1
वाराणसी : गांवों में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए निरीक्षण अभियान में छठें दिन शुक्रवार को 13 प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात एक डाक्टर समेत चार स्वास्थ्य कर्मी गैरहाजिर मिले। ड्यूटी छोड़ गायब रहने वालों की संख्या घटने से अधिकारियों ने राहत की सांस तो ली लेकिन सौ फीसद उपस्थिति का संकल्प पूरा करने को कड़ा कदम उठाने का संकेत भी दे दिया। तय किया कि निरीक्षण अब केवल सुबह ही नहीं होगा किसी भी समय अधिकारी हाजिरी जांचेंगे। इसमें अनुपस्थित डाक्टरों -कर्मचारियों की सेवा सर्विस बुक में बाधित कर दी जाएगी। इससे उनकी वरिष्ठता और प्रोन्नति भी प्रभावित होगी।
सीएमओ डा. एमपी चौरसिया ने इसके लिए सभी डाक्टरों-कर्मचारियों की सर्विस बुक मंगाने का निर्देश जारी कर दिया। कहा कि स्वास्थ्य सेवा में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्रों से गायब रहने की रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जा रही है जिसे कार्रवाई की संस्तुति कर शासन को भी भेजा जाएगा। शुक्रवार को ड्यूटी छोड़ गायब रहे नियमित डाक्टरों-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने व संविदा सेवियों का वेतन काटने का सीएमओ ने आदेश जारी कर दिया। मालूम हो कि शासन स्तर पर सख्ती के निर्देशानुसार जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में ही नियमित निरीक्षण का आदेश दिया था। इस क्रम में 21 नवंबर से अभियान में पांच दिनों में 113 डाक्टर कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए थे।
छठें दिन ये मिले गायब
अभियान के छठें दिन सात ब्लाकों के 13 केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इसमें चार प्राथमिक, चार सामुदायिक और पांच अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थे। काशी विद्यापीठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डा. सीमा शर्मा, पीएचसी हरहुआ से कनिष्ठ सहायक अनिल कुशवाहा, बिरांवकोट सीएचसी से वार्ड ब्वाय मो. अकरम व आराजी लाइन सीएचसी से स्वीपर सत्येंद्र कुमार गायब थे।