पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित होगा पंचक्रोशी मार्ग
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग को अब पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जाए
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग को अब पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। बनारस आने वाले देशी-विदेशी पयर्टकों को अपनी ओर आकर्षित करने और उनका यहां पर ठहराव बनाए रखने के लिए 78 करोड़ के प्रोजेक्ट को शासन स्तर से हरी झंडी दिलाई जाएगी।
यह कहना है मुख्य सचिव आलोक रंजन का। दो दिवसीय दौरे पर यहां आए मुख्य सचिव गुरुवार को कमिश्नरी सभागार में वाराणसी के समग्र विकास-कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक करने के बाद मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने बताया कि पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग को सजाया-संवारा जाएगा। उक्त मार्ग के पांच पड़ावों की खस्ताहाल सड़कों को बेहतर बनाया जाएगा। जगह-जगह पड़ाव स्थलों पर मुसाफिर खाना, पेयजल, प्रकाश के इंतजाम किए जाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वाराणसी में मेट्रो की डीपीआर 30 नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएगी। एसटीपी के विस्तार का काम मार्च 2017 के भीतर पूरा हो जाएगा। वैज्ञानिक तरीके से कचरा निस्तारण का प्रबंधन किया जाएगा। बुनियादी सुविधाओं में घर-घर कूड़ा उठान करने, यातायात को सुगम बनाने, स्मार्ट सिटी, भूमिगत बिजली, अतिक्रमण हटाने, पार्किग का प्लान बनाकर भेजने का आयुक्त को निर्देश दिया गया।
थाना प्रभारी, अफसरों की जवाबदेही
इससे पहले समीक्षा बैठक में जनसामान्य को सुगम यातायात के लिए वाराणसी शहर में वाहन पार्किग व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। सड़कों के किनारे, पटरियों पर अवैध अतिक्रमण को अभियान चलाकर हटाने का निर्देश दिया। ऐसे सभी स्थानों पर दोबारा अतिक्रमण न होने पाए, इसे सुनिश्चित कराने के लिए क्षेत्रीय थाना प्रभारी संग संबंधित विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए, कुछ मार्गो को वन-वे व नो-वेहिकल जोन के रूप में चिह्नित किए जाने पर खासा जोर दिया।
बार-बार न करें खोदाई, बनाएं समन्वय
नगर की आंतरिक सड़कों की पूरी तरह मरम्मत कराने का निर्देश दिया। सड़कों की बार-बार खोदाई न करनी पड़े, इसके लिए आपसी समन्वय से काम पूरा करने पर जोर दिया। खोदाई के दौरान मौके पर होने वाले सभी कार्य को एक साथ कराया जाए ताकि उन मार्गो की बार-बार खोदाई न हो सके।
भूमिगत बिजली व्यवस्था, करें दुरुस्त
प्रमुख मार्गो पर विद्युत तारों को भूमिगत करने का निर्देश दिया। सड़क किनारे के विद्युत खंभों व तारों के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित न होने पाए। प्रमुख मार्गो पर सिग्नल लाइटें दुरुस्त कराए जाने के साथ ही जेब्रा लाइनें बनवाने का निर्देश दिया गया।
पैदल चलने को स्वचालित सीढि़यां
नगरीय क्षेत्र में पैदल चलने वाले मार्ग पर स्वचालित सीढि़यां बनवाने का वीडीए उपाध्यक्ष को निर्देश दिया। नगर की सफाई व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की। प्रत्येक दशा में शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए घर -घर कूड़ा उठान, वैज्ञानिक तरीके से उसके निस्तारण पर जोर दिया। इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
कूड़ा निस्तारण, 60 लाख की योजना
करसड़ा कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने की जानकारी मिलने पर इसके संचालन की जिम्मेदारी नगर निगम को उठाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया। कहा कि वैकल्पिक नहीं कूड़े का स्थाई निस्तारण होना चाहिए। रमना में कूड़ा डंपिंग को संज्ञान में लेते हुए वहां पर वैज्ञानिक तरीके से कूड़ा निस्तारण करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने का नगर आयुक्त को निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने बताया कि 60 लाख की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
गंगा किनारे बनवाएं बायो टायलेट
गंगा किनारे सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए बायो टायलेट बनाने और इसके लिए जनजागरुकता पर जोर दिया। माडर्न तकनीकि की प्रयोग करते हुए टायलेट बनाए जाने का निर्देश दिया।
हास्पिटल कचरे का करें निस्तारण
नगरीय क्षेत्र में नर्सिग होम से निकलने वाले कचरों का निस्तारण प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराने पर जोर दिया। नर्सिग होम को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। कहा, नर्सिग होम अपने कूड़े के निस्तारण के लिए यूनिट लगाएं।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, करेंगे बातचीत
गोइठहा, दीनापुर में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर असंतोष जताया। अभियान चलाकर शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया। विभागीय अभियंता द्वारा मार्च 2017 तक निर्माण कार्य पूरा कराने का भरोसा दिया गया। अस्सी नाला, आस-पास के क्षेत्र के सीवरेज ट्रीटमेंट के लिए रमना में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्रकरण भारत सरकार में लंबित होने की जानकारी पर कहा कि वह संबंधित अधिकारियों से बातचीत करेंगे।
पेयजल पाइप लाइन लीकेज करें ठीक
पेयजल आपूर्ति की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने पाइप लाइनों के लीकेज को ठीक कराकर बर्बाद होने वाले पेयजल को बचाने का निर्देश दिया। नगर के जिन क्षेत्रों में भूमिगत पेयजल व्यवस्था है, उन क्षेत्रों में सरफेस वाटर आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
स्मार्ट सिटी के लिए डेढ़ लाख सुझाव
स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा के दौरान कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि इसके लिए 150 से अधिक बैठकें अब तक की जा चुकी हैं। जनसामान्य से डेढ़ लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
गोदौलिया पर अब स्मार्ट विद्युत फीडर
विद्युत विभाग की समीक्षा में नगरीय क्षेत्र में 24 घटे, कई क्षेत्रों में रोस्टरमुक्त विद्युत आपूर्ति किए जाने की जानकारी पर मुख्य सचिव ने संतोष जताया। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने बताया कि कई स्थानों पर निर्माणाधीन विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण होने तथा इनके चालू हो जाने पर निश्चित रूप से विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। बताया, गोदौलिया पर स्मार्ट फीडर बनाया जाएगा।
मॉडल रूप में सारनाथ का विकास
मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत सारनाथ क्षेत्र में विद्युत तार को पूरी तरह भूमिगत करके माडल के तौर पर विकसित किया जाएगा। 422.70 लाख की लागत से बौद्ध स्तूप सारनाथ को 33 केवी स्वतंत्र लाइन बनाकर 33/0.4 केवीए क्षमता के विद्युत उपकेंद्र, 342.37 लाख लागत से शक्तिपीठ सारनाथ में 5 एमवीए 33/11 केवी उपकेंद्र का निर्माण कार्य पूरा कराया जा चुका है।
बनवाएं मोबाइल जल पुलिस चौकी
मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था की भी विस्तार से समीक्षा की। मोबाइल जल पुलिस चौकी बनाए जाने का निर्देश दिया। आइजी अमरेंद्र कुमार सेंगर, कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, डीआइजी एसके भगत, जिलाधिकारी राजमणि यादव, एसएसपी आकाश कुलहरि, वीडीए उपाध्यक्ष वीडीए दिनेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विशाख जी, नगर आयुक्त डा. हरिप्रताप शाही के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।