अविमुक्तेश्वरानंद ने की गंगा दल बनाने की घोषणा
जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा में प्रतिमा विसर्जन के पूरे प्रकरण को राजनीतिक फायदे के लिए तूल द
जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा में प्रतिमा विसर्जन के पूरे प्रकरण को राजनीतिक फायदे के लिए तूल देने के आरोपों को बुधवार नेतृत्व कर रहे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सीधे तौर पर सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, मैंने संकल्प लिया है कि कभी राजनीति में नहीं आऊंगा। ताउम्र मैं अपने संकल्प पर कायम रहूंगा। गंगा की अविरलता के लिए आंदोलन करता रहा हूं और करता रहूंगा। जल्द की गंगा दल का गठन किया जाएगा, जो पूरी तरह गैर राजनीतिक दल होगा। इसके सदस्य देश भर से होंगे।
श्रीविद्या मठ में मीडिया से मुखातिब स्वामी ने कहा कि लोग सवाल पूछ रहे हैं कि मैं किस राजनीतिक दल से जुड़ा हूं। मेरे पास सभी आते हैं, धर्म और गंगा के लिए लड़ रहा हूं। चाहता हूं कि ऐसी किसी भी लड़ाई में सभी राजनीतिक दल अपने बीच की दीवारों को तोड़ते हुए एक हो जाएं। सनातन धर्म के लिए एकजुट होकर संघर्ष करें। गंगा दल का स्वरूप क्या होगा और इसके उद्देश्य क्या होंगे, के सवाल पर स्वामी ने कहा कि जल्द ही इस संबंध में बैठक कर पूरी रूपरेखा तय की जाएगी। देश-दुनिया के जिस आस्थावान के घर में गंगा जल है, उनके पूर्वजों की अस्थियों का गंगा में विसर्जन हुआ है, वैसे सभी लोग गंगा दल के सदस्य बनाए जाएंगे।