अब लिखित के साथ मौखिक परीक्षा भी
जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रदेश शासन परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। बे
जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रदेश शासन परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। बेसिक शिक्षा परिषद इसके लिए लगातार मंथन कर रहा है। इस क्रम में अब कक्षा चार तक लिखित परीक्षा के साथ-साथ मौखिक परीक्षा भी कराने का निर्णय लिया गया है। साथ ही अंक देने के स्थान पर अब ग्रेडिंग पद्धति लागू कर दी गई है।
इस आशय का एक परिपत्र गत दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भी प्राप्त हुआ है। इसमें वार्षिक परीक्षा के साथ-साथ अब अर्धवार्षिक परीक्षा कराने को भी कहा गया है। सतत् व्यापक मूल्यांकन के तहत वर्ष में दो बार सितंबर व जनवरी में टेस्ट भी होगा। वहीं अर्द्ध वार्षिक व वार्षिक परीक्षा में कक्षा एक में 70 फीसद प्रश्न मौखिक व तीस फीसद प्रश्न लिखित में पूछे जाने की बात कही गई है। कक्षा दो में लिखित व मौखिक परीक्षा का अनुपात 50-50 फीसद रखा गया है। इस क्रम में कक्षा तीन में तीस फीसद मौखिक व 70 फीसद लिखित परीक्षा के प्रश्न पूछे जाएंगे। कक्षा पाच से आठ तक के बच्चों की पूरी तरह से लिखित परीक्षा होगी। बच्चों को अंक की जगह ग्रेड दिया जाएगा।
अब ब्लैक बोर्ड से नहीं उतारना होगा सवाल
परिषदीय स्कूलों के बच्चों को अब ब्लैक बोर्ड से सवाल नहीं उतारने होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग अब बच्चों को बकायदा पेपर व कापी भी उपलब्ध कराएगा। पेपर जिला स्तरीय समिति तय करेगी।