राशन की तरह सार्वजनिक शौचालय का होगा कार्ड
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शहर स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है लेकिन ज्यादातर गरीब जनता अब भी खुले में ह
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शहर स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है लेकिन ज्यादातर गरीब जनता अब भी खुले में ही शौच के लिए जाती है। स्मार्ट सिटी के लिए इसकी रोकथाम बेहद जरूरी है। स्वच्छता अभियान के तहत सरकार ने इसकी व्यवस्था कर दी है। मात्र 30 से 50 रुपये देकर पूरे महीने शहर के शौचालय का इस्तेमाल कर सकते हैं। सरकार ने सुलभ के माध्यम से गरीबों को भी स्वच्छता से जोड़ने के लिए यह कदम उठाया है। इसके लिए कोई भी जब चाहे महमूरगंज नवोदित नगर स्थित सुलभ के दफ्तर में जाकर कार्ड बनवा सकता है।
शहर में लाखों की आबादी ऐसी है जो अब भी सड़कों व घाटों के किनारे और खेतों में शौच के लिए जाती है। इनमें ज्यादातर के घर में शौचालय नहीं या फिर उनका घर ही नहीं। झुग्गियों में रहने वालों की तादाद भी शहर में काफी है। शहर में सुलभ के 69 व अन्य संस्थाओं के तकरीबन दो दर्जन से अधिक शौचालय हैं। इसके अलावा जायका के तहत भी कचहरी, कज्जाकपुरा क्रासिंग, नगर निगम शहीद उद्यान, भारत सेवाश्रम के पीछे, डीएलडब्ल्यू तिराहा, मच्छोदरी, रवींद्रपुरी, सिकरौल, परमानंदपुर में जायका के तहत स्मार्ट शौचालय बनाए गए हैं जबकि खिड़किया और प्रह्लाद घाट पर शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है। इन शौचालयों में एक से पाच रुपये शौच के लिए वसूले जाते हैं लेकिन गरीब मात्र 30 से 50 रुपये देकर पूरे महीने इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इतने ही पैसों में महीने भर स्नान घर का इस्तेमाल भी शामिल होगा। सुलभ के स्थानीय डिप्टी कंट्रोलर एसके सिंह ने बताया कि योजना गरीबों के लिए है।
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जरूरी है स्वच्छता के प्रति जागरुकता योजना अच्छी है पर योजना के प्रचार व प्रसार और जागरुकता जरूरी है। यदि लोगों को योजना के प्रति जागरूक नहीं किया गया तो इतने शौचालयों के बनाने का फायदा नहीं होगा। जायका के तहत पर्यावरण व स्वच्छता के प्रति नुक्कड़ नाटक और प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरुकता का काम करने वाली संस्थाओं की इसमें मदद ली जाय तो शहर को खुले में शौच से काफी हद तक मुक्त किया जा सकता है।
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जायका कर रही लोगों को जागरूक
जापानी संस्था जो बनारस में स्वच्छता कार्य में लगी है उसके पदाधिकारी मलिन बस्तियों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। इसके लिए जायका ने तीन संस्थाओं को अनुबंधित किया है। तीन संस्थाओं को और अनुबंधित करने जा रही है। संस्था के लोग स्लम बस्ती में जाकर शौचालय प्रयोग के साथ स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं।