पहली बार लमही गांव का जन्मदिन मना
वाराणसी : उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 135 वीं जयंती संग लमही का भी जन्मदिन मनाया गया। प्रधानमंत
वाराणसी : उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 135 वीं जयंती संग लमही का भी जन्मदिन मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहृवान पर लमही ने अपना पहला जन्मदिन मनाया। कलाकारों ने जहां
उपन्यास सम्राट के भाव पूर्ण शब्दों को अभिनय से जीवंत किया, वहीं सबसे बुजुर्ग महिला 90 वर्षीया केवला देवी ने केक काटकर गांव का जन्मदिन मनाने की परम्परा की शुरूआत की।
मुंशी जी की जयंती पर नगर से लमही जाने वाला वह रास्ता जिससे प्रेमचंद का दिली वास्ता था, उस पर मुरीदों ने दीप जलाए। कलम और पौधे बांटे, श्रीव्यापार मंडल की ओर से पांडेयपुर चौराहे पर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाए गए। लमही में गोकुल आटर््स के कलाकारों ने 'सवा सेर गेहूं' का मंचन किया तो हर्ष कुमार के संयोजन में 'गुल्ली डंडा' ने बांधा। मुंशी प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र के बैनर तले 'पंच परमेश्वर' की प्रस्तुति की गई। राजीव गौड़ के निर्देशन में आयोजित नाट्य प्रस्तुति में आकाश यादव, शिवा सिंह, दिव्या सिंह, श्रृयम सिंह, राम किशोर पटेल व शुभम पटेल ने अपने अभिनय से बांधा।
लमही के रामलीला मैदान पर नाट्य मंचन देखने हर उम्र के लोग पहुंचे। बारिश भी उन्हें नहीं डिगा सकी। ग्राम प्रधान मीरा देवी व उनके पति अपने सहयोगियों संग सक्रिय रहे। भोपाल से साहित्य प्रेमी अशोक मानवाणी भी नाटक देखने पहुंचे।