बनारस में बनेगा पूर्वाचल का सबसे बड़ा डायलिसिस सेंटर
वाराणसी : केंद्र व प्रदेश सरकारी की बनारस में विकास कार्यो कराने की होड़ में इस जिले को पूर्वाचल का स
वाराणसी : केंद्र व प्रदेश सरकारी की बनारस में विकास कार्यो कराने की होड़ में इस जिले को पूर्वाचल का सबसे बड़ा डायलिसिस सेंटर मिलने जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने तत्काल ढाई हजार वर्ग फीट स्थान चिह्नित करने का निर्देश दिया है। इसमें डायलिसिस मशीनों व 10 बेड के लिए दो हजार वर्गफीट तो 500 वर्गफीट तीमारदारों के लिए होंगे। इसे एनएचएम के सहयोग से ट्रिपल पी के जरिए संचालित किया जाएगा।
इस संबंध में स्वास्थ्य महानिदेशक विजय लक्ष्मी का 'मोस्ट अर्जेट' पत्र शनिवार को अपर निदेशक डा. अंशु सिंह को मिला। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्राथमिकता से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए दो दिन पहले भी सेलफोन पर मौखिक संकेत दिए गए थे। इसके लिए पं. दीनदयाल अस्पताल में स्थित अपर निदेशक दफ्तर को इसके लिए मुफीद माना गया था। साथ ही यह भी तय कर लिया गया कि इससे पहले ही दफ्तर बनकर तैयार भवन में स्थानांतरित कर लिया जाएगा। यह स्थान स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से जारी पत्र अनुसार रीजनल डायग्नोस्टिक सेंटर के समीप होने का मानक भी पूरा करता है। हालांकि भवन न होने पर इसके लिए जगह सुझाने को भी कहा गया है, ऐसे में इसके लिए निचले तल पर ओपीडी के पिछले हिस्से में खाली जगह का भी विकल्प रखा गया है। सीएमएस डा. आरएन सिंह ने बताया कि विभागीय अभियंता को मानक अनुसार आकलन के लिए कहा गया है। सोमवार को निरीक्षण कराने के बाद महानिदेशालय को सभी विकल्पों के बारे में अवगत करा दिया जाएगा।
आरडीसी के भी बहुरेंगे दिन - पत्र के मजमून के अनुसार शासन प्रदेश में स्थित सभी रीजनल डायग्नोस्टिक सेंटरों के पास ऐसे डायलिसिस सेंटर बनाने जा रहा है। ऐसे में इसमें उपलब्ध मानव संसाधन की भी जानकारी मांगी गई है। हालांकि यहां आरडीसी अस्पताल के आधे अधूरे स्टाफ से ही संचालित की जा रही है। सीएमएस ने बताया कि इसकी भी जानकारी शासन को दी जाएगी।