नकल में फंसे तो लगवाया छेड़खानी का आरोप
वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक की वार्षिक परीक्षा में अब तक कई केंद्रों पर सामूहिक
वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक की वार्षिक परीक्षा में अब तक कई केंद्रों पर सामूहिक नकल का आरोप लग चुका है। दूसरी ओर सामूहिक नकल के दाग से बचने के लिए केंद्र तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। सामूहिक नकल के आरोप में फंसे एक केंद्र की छात्राओं ने उड़ाका दल के सदस्यों पर ही छेड़खानी का आरोप लगाया है। छात्राओं ने बकायदा विश्वविद्यालय प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की है।
शिकायत के मद्देनजर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी पड़ताल अपने स्तर से पूरी कर ली है। इस क्रम में कुलानुशासक प्रो.कल्पलता पांडेय ने गत दिनों आरोप लगाने वाली छात्राओं को बयान देने के लिए विश्वविद्यालय भी बुलाया था। इस दौरान छात्राएं काफी देर तक उड़ाका दल के सदस्यों पर छेड़खानी करने के बयान पर अड़ी रहीं। दूसरी ओर कुलानुशासक छात्राओं को समझाने में जुटी थीं कि उड़ाका दल के पुरुष सदस्यों को महिलाओं की जांच करने का अधिकार ही नहीं है। उड़ाका दल में शामिल करने के दौरान ही उन्हें इस बात की हिदायत दे दी जाती है। हालांकि छात्राएं मौन होकर सुनती रहीं। छात्राओं की ओर से लगाए गए निराधार आरोप के बाबत कुलानुशासक ने उन्हें फटकारा। थोड़ी ही देर में छात्राएं टूट गईं। छात्राओं ने स्वीकार किया कि उड़ाका दल के किसी भी सदस्य ने कोई छेड़खानी नहीं की। केंद्राध्यक्ष के दबाव में आकर हम लोगों ने छेड़खानी की लिखित शिकायत दर्ज कराई है, हमें माफ कर दें।