गंगधार पर सजा रामदरबार
वाराणसी : चैत्र शुक्ल नवमी यानी रामनवमी पर शनिवार को गंगधार पर रामदरबार सजा। बजड़ों पर प्रभु श्रीराम
वाराणसी : चैत्र शुक्ल नवमी यानी रामनवमी पर शनिवार को गंगधार पर रामदरबार सजा। बजड़ों पर प्रभु श्रीराम के जन्म से राज्याभिषेक तक की झांकियां सजाई गई। महादेव, गणपति प्रभु व अन्य देवों से जुड़े प्रसंग भी जीवंत हुए। मौका था रामकथा मंदाकिनी शोभायात्रा का जिसे सायंकार संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने आरती कर भैंसासुर घाट के लिए रवाना किया। सज्जित बजड़ों -नावों पर 24 झांकियों का हर घाट पर लोगों ने दूर से ही दर्शन किया और विभोर हो उठे। भैंसासुर घाट पर बच्चों ने नृत्य -गीत प्रस्तुत किए। भारत विकास परिषद की रामदरबार, नवरंग की राजगद्दी व चंद्रवंशी गोप महासभा द्वारा सजी भगवान शंकर के जलाभिषेक की झांकी क्रमश: श्रेष्ठ चुनी गईं। इन्हें मुख्य अतिथि वीके शुक्ला ने चांदी की श्रीराम प्रतिमा भेंट की। भारत विकास परिषद ने तुलसीघाट पर संगीत संध्या आयोजित की। काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के चेयरमैन भोला प्रसाद, पूर्व चेयरमैन एसएन त्रिपाठी, संयोजक गोविंद राम भार्गव, पूर्व कुलपति प्रो. बांकेबिहारी श्रीवास्तव, भाविप प्रांतीय अध्यक्ष प्रमोद राम त्रिपाठी, डा. अत्रि भारद्वाज ने झांकियों की आरती उतारी। भगवान दास अढ़तिया ने धन्यवाद दिया।