पूर्वोत्तर रेलवे के हवाले नहीं होगा कैंट स्टेशन
वाराणसी : कैंट स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे में समायोजित नहीं होगा। इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है। यह जा
वाराणसी : कैंट स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे में समायोजित नहीं होगा। इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है। यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा ने दी। वह शुक्रवार को भटनी से वाराणसी सिटी के बीच में पड़ने वाले सभी रेलवे स्टेशन सहित रेल ट्रैक, रेलवे क्रासिंग सहित वहां की जरूरतों सहित दुर्घटनाओं की रोकथाम के साथ सिग्नल प्वाइंट्स का निरीक्षण करते हुए सिटी स्टेशन पहुंचकर मीडिया से रूबरू हुए। महाप्रबंधक स्पेशल ट्रेन से मुख्यालय के सभी विभागाध्यक्ष के साथ शाम करीब छह बजकर बीस मिनट पर वाराणसी सिटी स्टेशन पर पहुंचे। स्टेशन का निरीक्षण किया फिर डिवीजन स्थित गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए।
आशापुर में बनेगा आरओबी
सिटी स्टेशन पर बातचीत में उन्होंने बताया कि रेल बजट में पूर्वोत्तर रेलवे के यूपी सहित बिहार के विभिन्न जगहों पर जितने भी आरओबी बनाने का प्रस्ताव गया था, वो सभी मंजूर हो गए हैं। उनमें वाराणसी डिवीजन क्षेत्र का आशापुर रेलवे क्रासिंग भी शामिल है। इस पर जल्द ही आरओबी बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होने कहा कि वाराणसी कैंट पर क्षमता से अधिक ट्रेन की भीड़ होने से यहां दबाव बहुत ज्यादा है। यही वजह है कि नई दिल्ली की तर्ज पर वाराणसी के अन्य स्टेशन को ट्रेनों के संचालन के हिसाब से विकसित करना जरुरी हो गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि नार्दर्न व एनइआर में बेहतर सामंजस्य होने से ट्रेन का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। इससे यात्रियों को काफी सहुलियत होगी। इस अवसर पर डीआरएम सतीश के कश्यप सहित सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
15 फीसद बढ़ी आय
महाप्रबंधक ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे का वर्ष 2014-15 में यात्री किराया सहित मालभाड़ा से इस साल 13 से 15 फीसद की आय हुई है। बताया कि एनइआर के प्रस्तावित ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरी गति से चल रहा है। अगले तीन सालों में पूर्ण होने की सम्भावना है। मंडुवाडीह से गाजीपुर, बलिया से भटनी पर दोहरीकरण भी पूरी गति से कार्य हो रहा है। 2016 तक पूर्ण होने की पूरी सम्भावना है। रेलवे प्रशासन शुद्ध पेयजल, सफाई और लाइट के लिए पूरी गति से कार्य कर रहा है। हजारों यात्रियों के आवागमन के मद्देनजर उपलब्ध संसाधनों का बेहतर प्रयोग कर साफ-सफाई और सुविधा मुहैया कराई जाएगी। एक जवाब में महाप्रबंधक ने बताया कि मंडुआडीह स्टेशन को टर्मिनल बनाते हुए और सुविधा प्रदान किये जाने का प्रस्ताव है। यहां से रवाना होने वाली ट्रेनों के यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके इसके प्रयास किये जा रहे हैं।