बनारस में मेट्रो परियोजना का सर्वे शुरू
वाराणसी : मेट्रो परियोजना का काशी में सर्वे शुरू हो गया है। गुरुवार को कार्यदायी संस्था राइट्स के वि
वाराणसी : मेट्रो परियोजना का काशी में सर्वे शुरू हो गया है। गुरुवार को कार्यदायी संस्था राइट्स के विशेषज्ञों की टीम ने बनारस में डेरा डाल दिया। टीम ने विकास प्राधिकरण के अधिकारियों संग सारनाथ, लंका, डीएलडब्ल्यू, कैंट, लहरतारा, मुगलसराय में निरीक्षण भी किया। कुल 56 किलोमीटर की मेट्रो परियोजना को आकार देने की योजना बन रही है।
राइट्स की चार सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम में डिप्टी जनरल मैनेजर सुदीप गुप्ता, प्रबंधक तरूण जैन, सहायक प्रबंधक प्रियम कुमार इटौरिया प्रमुख रूप से शामिल थे। वीडीए सचिव एमपी सिंह ने बताया कि विशेषज्ञों की टीम ने उनके साथ बैठक कर परियोजना की बाबत जानकारी ली। इस दौरान वीडीए द्वारा महायोजना-2031 में तैयार किया गया मेट्रो का ब्लू प्रिंट विशेषज्ञों को सौंपा। इसके तहत कैंट से लंका तक 7.5 किलोमीटर भूमिगत तो कैंट से सारनाथ तक 9.5 किलोमीटर ऊपरगामी रूट का आकार खींचा गया है। इसी क्रम में डीएलडब्ल्यू से मुगलसराय तक 22.5 किलोमीटर व कचहरी से बाबतपुर तक 18.5 किलोमीटर ऊपरगामी रूट के तहत मेट्रो परियोजना की योजना बनी है। बताया कि इस ब्लू प्रिंट से कार्यदायी संस्था के विशेषज्ञों को सर्वे कर रिपोर्ट बनाने में काफी राहत मिलेगी। कैंट को शहर का मध्य बिंदु मानकर योजना को आकार देने पर मंथन हो रहा है। बताया कि सर्वे के दौरान राइट्स के विशेषज्ञों संग वीडीए की ओर से अधिशासी अभियंता गोपाल कृष्ण, तहसीलदार डीके सिंह, नगर नियोजक टीपी सिंह, सहायक अभियंता विश्वकर्मा गुप्ता, अवर अभियंता बीएन सिंह, अवर अभियंता मोहम्मद जमाल आदि को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सचिव ने बताया कि मेट्रो परियोजना को आकार देना लंबी प्रक्रिया है। लखनऊ का डीपीआर बनाने में छह माह लग गए थे।
..
भूमिगत रूट बेहतर
सचिव संग बैठक के दौरान विशेषज्ञों ने भूमिगत रूट को बेहतर माना है। सचिव ने बताया कि शहर की संकरी सड़कों को देखते हुए ऊपरगामी रूट समस्या में इजाफा करेगा। इसलिए भूमिगत रूट बेहतर है लेकिन इसमें परियोजना की बाबत अनुमानित बजट पांच गुना बढ़ जाएगा। हालांकि परियोजना को लेकर करीब 35 सौ करोड़ का अनुमानित बजट है। प्रथम चरण में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर बनाने का बजट नोडल विभाग वीडीए वहन करेगा।
...
आज होगी कमिश्नर संग बैठक
मेट्रो परियोजना को लेकर राइट्स संस्था के विशेषज्ञों संग कमिश्नर आरएम श्रीवास्तव की बैठक होगी। इसमें लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) के प्रबंध निदेशक कुमार केशव व जनरल मैनेजर भी शिरकत करेंगे। सर्वे के आधार पर विशेषज्ञों की टीम प्राथमिक तौर पर मेट्रो परियोजना का ब्लू प्रिंट प्रस्तुत करेंगे। इसमें शामिल होने के लिए नगर निगम, जल निगम, जलकल, बीएसएनएल, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई समेत कुल 13 उन विभागों के अधिकारियों को भी बुलाया गया है जिनकी योजना जमीन के अंदर संचालित हैं।