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राष्ट्र के विकास की धुरी है रेल

जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि रेलवे मात्र यातायात का साधन नही

By Edited By: Published: Fri, 26 Dec 2014 12:55 AM (IST)Updated: Fri, 26 Dec 2014 12:55 AM (IST)
राष्ट्र के विकास की धुरी है रेल

जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि रेलवे मात्र यातायात का साधन नहीं, राष्ट्र के विकास की धुरी भी है। देश के विकास की रीढ़ है। सरकार रेलवे के माध्यम से देश का विकास चाहती है। इसमें गरीबों का पैसा नहीं लगाया जाएगा। विकास के लिए धनवानों का पैसा लगाने की योजना बनाई गई है। इसी से 'मेक इन इंडिया' का सपना साकार होगा। देश के युवाओं को रोजगार मुहैया हो सकेगा।

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प्रधानमंत्री गुरुवार को डीरेका के विस्तारीकरण परियोजना का शुभारंभ करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि सरकार चार रेल विश्वविद्यालय खोलेगी। इनसे पढ़कर निकलने वाले युवक रेल सेवा के बाबत शत प्रतिशत निपुण होंगे। ऐसे युवकों को रेलवे में सीधे नौकरी दी जाएगी। इन्हें किसी प्रशिक्षण की जरूरत नहीं होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं 'रेलवे के विकास के तहत युवाओं का विकास' नारे को अमलीजामा पहनाने के लिए जापान, चीन, अमेरिका समेत दुनिया भर से धन एकत्र किए जाएंगे। इसी पैसे से गांवों के स्टेशनों पर बिजली-पानी उपलब्ध होगी, वहां दो-चार कमरे बनाकर युवकों को तकनीक प्रशिक्षण दिए जाएंगे। क्या इससे देश का विकास नहीं होगा। यही है रेल के माध्यम से देश का विकास।

काशी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 'जय जवान- जय किसान' का नारा दिया, तब किसानों ने देश का भंडार अनाजों से भर दिया। अब भारत विदेश को अनाज निर्यात करता है। अब 'मेक इन इंडिया' के माध्यम से युवाओं का विकास होगा। विदेशों से मंगाए जाने वाले सामान व उपकरण भारत में ही बनाए जाएंगे। इससे युवकों को रोजगार मिलेगा।

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पं.छन्नूलाल ने किया अभिवादन

प्रधानमंत्री ने समारोह में वीआइपी दीर्घा में मौजूद पद्मभूषण पं.छन्नूलाल मिश्र का मंच से हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

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विस्तारीकरण के बाद अब डीरेका में बनेंगे इंजन उपकरण

डीरेका के विस्तारीकरण के तहत रेल इंजन के निर्माण में लगने वाले सभी उपकरण यही बनाएं जाएंगे। पीएम ने कहा कि यही है मेक इन इंडिया। अब तक विदेशों से उपकरण निर्यात किए जाते रहे हैं। मुझे यह जानकारी दी गई कि जिस इंजन का लोकार्पण हुआ उसके 96 फीसद उपकरण यहीं बने हैं। मुझे यह भी मंजूर नहीं, शेष चार प्रतिशत उपकरण भी यहीं बनाने होंगे। मैंने पूछा, इसके लिए क्या करना होगा। इस पर अधिकारियों ने इंजन की शतप्रतिशत सामग्री यहीं तैयार कर लेने का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री को लोकार्पित इंजन का प्रतीक मॉडल भेंट किया गया। इसके पहले पीएम ने रिमोट से विस्तारीकरण परियोजना का शुभारंभ किया। स्वागत उद़््बोधन में रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारतीय रेल चुनौतियों से जूझ रही है। अब तक कुछ पटरियां बिछा देना और कुछ नई ट्रेनें चलाने की नीति से रेलवे का समुचित विकास नहीं हो सका। अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आमूल-चूल परिवर्तन की योजना है जिससे सुखद यात्रा और देश के साथ रेलकर्मियों का विकास हो सके। समारोह में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन भी मौजूद रहे। धन्यवाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार व संचालन अमलेश श्रीवास्तव ने किया।

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रेलकर्मी मेरे परिवार के सदस्य

पीएम ने डीरेका स्टेडियम में मौजूद रेलकर्मियों का दिल यह कहकर जीत लिया कि वे मेरे परिवार के सदस्य हैं, क्योंकि वह बचपन से रेलवे से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तो मेरे हर भाषण में रेल का जिक्र हो जाता है। रेल मेरे जीवन से जुड़ी है, इस कारण रेल में काम करने वाला हर व्यक्ति मेरे परिवार का सदस्य है। वैसे, अब तो मैं बनारस का हो गया हूं।


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