दहेज के चक्कर में ले ली बेटे की जान
वाराणसी : दहेज के लालची मां-बाप ने बहू की जान लेनी चाही लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। मारपीट क
वाराणसी : दहेज के लालची मां-बाप ने बहू की जान लेनी चाही लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। मारपीट के दौरान पत्नी सुमन को बचाने आए बेटे मुरारी पर भी परिजन टूट पड़े। शरीर के अंदरूनी हिस्से में चोट लगने के कारण मुरारी की मौत हो गई। यही नहीं आनन-फानन शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। शुक्रवार को घायल पत्नी थाने पहुंची तब मामले का राजफाश हुआ। पुलिस ने आरोपी मां-बाप और भाई को हिरासत में ले लिया है।
जंसा थाना क्षेत्र के बड़ौरा निवासी परजीत सरोज की बेटी सुमन सरोज की शादी 12 मई 2014 को मुरारी सरोज के साथ हुई थी। शादी में सामर्थ्य के हिसाब से पिता ने दहेज में हरसंभव सामान दिया। उधर ससुराल वाले शादी के बाद दहेज में और सामान, रुपये की मांग को लेकर सुमन को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। गुरुवार की शाम भी ऐसा ही कुछ हुआ। रुपयों की मांग को लेकर मुरारी के पिता लक्ष्मीशंकर, मां इसरावती देवी व भाई आदित्य ने सुमन को पीटना शुरू कर दिया। घर के बाहर मौजूद मुरारी ने जब पत्नी की चीख सुनी तो वह भागकर अंदर आया। पत्नी को माता - पिता और भाई के हाथों मार खाते देख मुरारी से रहा नहीं गया और वह उसे छुड़ाने लगा। पत्नी की तरफदारी करने पर पिता और भाई मुरारी पर ही टूट पड़े और उस पर लात-घूंसे बरसाना शुरू कर दिए। पेट के एक हिस्से पर लात पड़ते ही अचानक मुरारी दर्द के मारे चीखने लगा और मूर्छित हो गया। दहेज के लालच में अंधे हो चुके मां-बाप व भाई को होश आया और उसे लेकर समीप के अस्पताल पहुंचे लेकिन डाक्टरों ने जवाब दे दिया। परिजन मुरारी को लेकर मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा के लिए निकले लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बेटे की मौत के बाद परिजन उसके शव को लेकर अपने रिश्तेदार के यहां चले गए और गुरुवार की देर रात कछवा (मीरजापुर) में उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
शादी के पांच माह बाद ही सुहाग उजड़ जाने से बदहवास पत्नी शुक्रवार को थाने पहुंची और सास-श्वसुर व देवर पर पति को पीटकर मार डालने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। सूचना पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान माता-पिता ने बहू पर ही बेटे को जहर देकर मारने का आरोप लगाया लेकिन जब पुलिस ने पूछा कि फिर बेटे की मौत पर सूचना क्यों नहीं दी और अंतिम संस्कार क्यों किया इसपर लक्ष्मीशंकर व आदित्य कोई जवाब नहीं दे पाए।