अद महासचिव पद से अनुप्रिया मुक्त
वाराणसी : मीरजापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल को अपना दल के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटा दिया गया है। यह
वाराणसी : मीरजापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल को अपना दल के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय सोमवार को लखनऊ में आयोजित अद की बैठक में लिया गया। इसमें सक्रिय सदस्य, जिला, मंडल व राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल थे।
निर्णय के तहत अगले कार्यकाल तक कृष्णा पटेल को राष्ट्रीय अध्यक्ष चूना गया है। कृष्णा पटेल ने बताया कि अनुप्रिया पटेल पर कार्रवाई अनुशासनहीनता को देखते हुए की गई है। बेटी अनुप्रिया व दामाद आशीष कुमार सिंह की महत्वाकांक्षा ने दल व परिवार को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है। दोनों के चलते ही वह इस उपचुनाव के पूर्व रोहनिया का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकीं। अनुप्रिया पटेल विधायक बनते ही तानाशाही रवैया अपनाने लगीं। इससे पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में असंतोष व्याप्त हो गया। लोकसभा चुनाव 2014 में जिद पर अड़ गई कि चुनाव लड़ने से रोका गया तो दल का विलय कर दूंगी। बाद में कार्यकर्ताओं की मेहनत से वह मीरजापुर में सांसद बनीं। रोहनिया उप चुनाव में दामाद आशीष कुमार चुनाव लड़ना चाहते थे, इसके लिए दबाव बनाया गया लेकिन कार्यकर्ताओं की इच्छानुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद चुनाव लड़ा लेकिन आरोप है कि भितरघात किया गया। परिणाम हार के रूप में सामने आई। 20 अक्टूबर को असंवैधानिक ढंग से बैठक कर राष्ट्रीय अध्यक्ष के अधिकार अनुप्रिया ने खुद में समाहित कर लिए। केंद्रीय कार्यालय में रखे अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ की गई और कुछ को गायब भी कर दिया गया जिसकी सूचना पुलिस को भी दी गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने बताया कि लगातार अनुशासनहीनता को देखते हुए बैठक में अनुप्रिया पटेल को राष्ट्रीय महासचिव पद से मुक्त करने का निर्णय लिया गया।