औंधे मुंह हो गई नगर की सफाई व्यवस्था
जागरण संवाददाता, वाराणसी : सफाई के मोर्चे पर बुधवार को नगर में नारकीय हालात रहे। नगर निगम में अवक
जागरण संवाददाता, वाराणसी : सफाई के मोर्चे पर बुधवार को नगर में नारकीय हालात रहे। नगर निगम में अवकाश होने के कारण सफाईकर्मी भी छुट्टी मनाते रहे। सच्चाई यह थी कि न तो सड़कों पर और न ही गलियों में ही झाड़ू लगा। कूड़े का उठान न होने से कूड़ाघर ठसाठस भरे रहे। घाट किनारे भी सफाई नहीं हुई। अभी भी मिट्टी के ढूहे घाट पर वजूद में हैं।
सिर पर महोत्सव, लापरवाही
सिर पर गंगा महोत्सव व देव दीपावली का पर्व है। इसमें स्थानीय समेत अन्य जिलों व प्रदेशों से लोगों का आना होता है। अद्भुत नजारा देखने के लिए घाटों पर लाखों लोगों की भीड़ जुटती है। देव दीपावली महोत्सव गंगा के सभी घाटों पर आयोजित होता है। ऐसे में घाटों की सफाई बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है लेकिन इस मोर्चे पर बेहद लापरवाही बरती जा रही है। घाटों की सफाई के नाम पर निजी संस्थाएं कोरम अदायगी कर रही हैं। सरकारी विभाग भी कार्य में पूरी ईमानदारी नहीं बरत रहे। हाल यह है कि कुछ-एक महत्वपूर्ण घाटों के अलावा किसी भी घाट पर सफाई का नामो-निशान नहीं।
सामाजिक संस्थाएं भी उदासीन
घाटों की सफाई व लोगों के बीच स्वच्छता अभियान को लेकर जागरुकता ले आने की जिम्मेदारी संभालने वाली सामाजिक संस्थाएं भी उदासीन रहीं। घाटों की सफाई करते उनके सदस्य नहीं दिखे और न ही नगर के किसी बस्ती में जागरुकता अभियान ही चलाया। सिर्फ मातृभूमि जनसेवा संस्थान द्वारा जलालीपुरा स्थित मरदसा अरबिया मदोनतुल उलूम में सफाई के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें मोहम्मद सरफराज, महफूज आलम, मोहमद आरिफ को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार मिला।
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सिक्के के दो पहलू
छुट्टी में भी नहीं किया आराम
सच ही कहा गया है कि जागे को जगाया जा सकता है लेकिन सोये को नहीं। यह चरितार्थ हो रहा है अर्दली बाजार महाबीर मंदिर के तालाब पर। जागरण के स्वच्छता अभियान से अजय यादव, विनोद यादव व संतोष मौर्य ऐसे जागे कि बुधवार को दीपावली पर्व पर अवकाश होने के बाद भी उन्होंने तालाब की सफाई कार्य को स्थगित नहीं किया। टीम बनाकर प्रतिदिन की भांति सफाई कार्य किया।
बाबा के परिक्षेत्र में भी कूड़ा
धनतेरस से लेकर दीपावली तक मां अन्नपूर्णा का दर्शन करने लाखों लोग आते हैं। इसे देखते हुए नगर निगम ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र की सफाई व्यवस्था त्रिस्तरीय की है। इसके बाद भी सफाई कहीं नहीं दिख रही। गलियों में कचरा पसरा था। साफ लग रहा था कि घनी आबादी वाली गलियों में भी कूड़ा नहीं उठा है। श्रद्धालु उसी में होकर मां के दर्शन को जा रहे थे।
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प्रतिक्रिया
जिस प्रकार प्रत्येक दिन घरों से कूड़ा निकलता है उसी प्रकार सफाई भी रोज करनी चाहिए। सफाई कर्मियों को भी ईमानदारी से काम करना होगा।
सुरेश तिवारी उर्फ मामा, अजय विहार कालोनी
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सफाई, स्वास्थ्य के लिए जरूरी है इसलिए सभी को सजग रहना चाहिए। सिर्फ नगर निगम के भरोसे सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जा सकती।
आशीष, गायत्री नगर कालोनी।