बीएचयू के आठ रेजीडेंट फंसे रैगिंग में
वाराणसी : चिकित्सा विज्ञान संस्थान (बीएचयू) के रेजीडेंट डा. मीत ने बुधवार को सीनियर आठ रेजिडेंटों के
वाराणसी : चिकित्सा विज्ञान संस्थान (बीएचयू) के रेजीडेंट डा. मीत ने बुधवार को सीनियर आठ रेजिडेंटों के खिलाफ लंका थाने में रैगिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप लगाया है कि सीनियर उसके साथ मारपीट करते थे, गाली गलौज के साथ ही अश्लील बातें करते थे। इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के एंटी रैगिंग स्क्वायड से भी की मगर कोई कार्रवाई न होने पर पुलिस के पास आना पड़ा। ज्ञात हो कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान में एक माह के भीतर रैगिंग का यह दूसरा मामला प्रकाश में आया है।
इन पर आरोप : डा.मीत ने सीनियर डा. धर्मराज, डा.सौरभ सुमन, डा.जी राजू, डा.शालिनी गुप्ता, डा.धीरेंद्र, डा.अरुण पांडेय, डा.प्रीतम व डा.सुधांशु पर रैगिंग का आरोप लगाया है। आरोप यह भी कि प्राक्टोरियल बोर्ड, एंटी रैगिंग स्क्वायड से लिखित शिकायत के बाद भी सीनियर नहीं माने और मारपीट, गाली गलौज करते रहे। यूजीसी हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धारा 323, 504, 506, 341 रैगिंग प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
रिपोर्ट तैयार : दूसरी ओर एंटी रैगिंग स्क्वायड के चेयरमैन एसके त्रिगुन ने बताया कि 13 अक्टूबर को यह मामला सामने आया और इसकी जांच तत्काल शुरू कर दी गई। जाच पूरी हो चुकी है। दीपावली अवकाश के बाद कुलपति को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। इसी माह के प्रथम सप्ताह में हुई रैगिंग के संबंध में उन्होंने बताया कि पाच छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनमें से तीन छात्रों के एक माह का आध वेतन तथा दो छात्रों के एक सप्ताह का वेतन काटा गया। इसके अलावा उन्हें कड़ी चेतावनी भी दी गई है।