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बीएचयू में किसान हास्टल, दिल्ली में किसान मंडी

By Edited By: Published: Sun, 21 Sep 2014 07:46 PM (IST)Updated: Sun, 21 Sep 2014 07:46 PM (IST)
बीएचयू में किसान हास्टल, दिल्ली में किसान मंडी

वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित कृषि विज्ञान संस्थान में बहुत जल्द किसान प्रशिक्षण केंद्र व किसान हास्टल खोला जाएगा। राजधानी दिल्ली में देश की पहली किसान मंडी भी 25 सितम्बर से अस्तित्व में होगी। यह घोषणा केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने रविवार को की।

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कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने जहां एनडीए सरकार के 112 दिन के कार्यो का खाका खींचा, वहीं नाम लिए बगैर विरोधियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आजादी के 67 सालों में खेती-किसानी को हाशिए पर ढकेल दिया गया। किसानों को खेतों में कितना रासायनिक उर्वरक डाला जाएगा, इसका ज्ञान भी अब तक नहीं हो पाया। इसके लिए केंद्र सरकार ने 'स्वायल हेल्थ कार्ड' जारी किया है। इसके साथ ही 56 उन्नत किस्म के बीजों को लैब से लैंड में भेजा जा रहा है। राधामोहन ने केंद्र सरकार की तीन प्रमुख योजनाओं की चर्चा की-

-फार्मर फ‌र्स्ट : कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार सबसे पहले किसानों को जोड़ रही है। इसके लिए 25 सितंबर को नई दिल्ली आजाद मंडी के सामने देश की पहली किसान मंडी का उद्घाटन होने जा रहा है। अब किसान अपने उत्पादों को सीधे मंडी में बेच सकेंगे। इसके लिए सरकार ने 300 करोड़ का बजट पास किया है।

-स्टूडेंट रेडी : कृषि विज्ञान की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को डिग्री मिलने के बाद उनमें कौशल विकास के लिए अनेक प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए 50 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।

-आर्या : गांव से युवाओं का पलायन रोकने के लिए कई परियोजनाएं शुरू।

वेटनेरी फैकल्टी जल्द : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली स्थित वेटनेरी काउंसिल आफ इंडिया बीते दो दशक से जिंदा लाश की तरह थी। सप्ताह भर पहले ही नई कमेटी का गठन किया गया है। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीएचयू के कृषि विज्ञान निदेशक फिर से फैकल्टी के लिए आवेदन करें, हम यहां राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत नई फैकल्टी को मान्यता दिलवाएंगे। कहा कि इस मिशन के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट है।

अभिनंदन : कृषि विज्ञान संस्थान में आए कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का रेक्टर प्रो. कमलशील व निदेशक प्रो. रवि प्रताप सिंह ने अंगवस्त्रम् व स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने विंध्य कृषि रबी-2014, विंध्य कृषि-बकरी पालन विशेषांक व एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलेपमेंट इन इंडिया नामक पुस्तकों का विमोचन किया। संचालन प्रो. जीसी मिश्र ने किया।

सूखे का सर्वे जल्द : कृषि मंत्री ने कहा कि सूखाग्रस्त क्षेत्र के लिए चार दिन पहले राज्य सरकारों को पत्र लिखा गया है। अगले सप्ताह में सूखाग्रस्त क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीम जाएगी। पीड़ित क्षेत्रों को वित्तीय गाइड लाइन के अनुसार सहायता दी जाएगी।


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