अभी बौछारों के आसार नहीं
वाराणसी : मौसमी मिजाज में अभी पानी नहीं है। हवा का रुख पुरवा जरूर हो गया है लेकिन लोकल हीटिंग भारी पड़ रही है। नमी का न्यूनतम स्तर कई दिनों से कम हो रहा है। इसके चलते न तो बादल बन रहे हैं और न ही बरसात हो रही है। उधर शुक्रवार को पूरे दिन तल्ख धूप से लोग जूझते रहे। हालांकि दिन भर हल्के बादलों ने घेरेबंदी की लेकिन कुछ ही देर में उड़ भी जाते रहे। धूप का तेवर तल्ख होता जा रहा है। अधिकतम तापमान चढ़ाव पर है। अभी मौसम के मिजाज में अधिक बदलाव की उम्मीद नहीं है। रात की कूलिंग से छिटपुट पानी गिर सकता है।
बोले विज्ञानी : मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय कहते हैं कि कुछ दिन पहले तक हवा का रुख पछुआ था लिहाजा यहां तक नमी नहीं पहुंच पा रही थी। अब रुख बदला जरूर है लेकिन लोकल हीटिंग भारी पड़ रही है। बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव का क्षेत्र (लो-प्रेशर) बनने और आगे की ओर बढ़ने के आसार नहीं दिख रहे हैं। जैसे ही लो प्रेशर की धारा मजबूती पकड़ेगी यहां का मौसमी मिजाज भी पलटी मारेगा। फिलहाल पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश का दारोमदार हीटिंग व कूलिंग पर टिका है।
तापमान व आर्द्रता : 24 घंटे में अधिकतम तापमान शून्य दशमलव छह डिग्री बढ़कर 35 से 35.6 तथा न्यूनतम तापमान शून्य दशमलव दो डिग्री गिरकर 27.1 से 26.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अधिकतम आर्द्रता तो 92 फीसद पर स्थिर रही लेकिन न्यूनतम आर्द्रता 67 से 63 फीसद हो गई।