आइएमएस को एम्स नहीं, बेहतर बनाने की जरूरत
वाराणसी : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की रिव्यू कमेटी के चेयरमैन प्रो. हरि गौतम ने बीएचयू में चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) को और बेहतर बनाने की वकालत की। कहा कि वह आइएमएस को एम्स बनाने के पक्षधर नहीं बल्कि इसे एम्स से भी शानदार संस्थान बनाने के समर्थक हैं।
बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. गौतम शनिवार को वसंत महिला महाविद्यालय, राजघाट के शताब्दी समारोह में शामिल होने आए हुए थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आइटी को आइआइटी बनाने के पक्ष में भी हम नहीं थे। कहा कि यदि बीएचयू से आइटी, आइएमएस सहित संस्थान एक-एक करके अलग होते रहे तो बीएचयू का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। कहा कि बीएचयू अपने आप में ख्यातिप्राप्त संस्था है। इसे पहचान की जरूरत नहीं है बल्कि विभिन्न संस्थाओं को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है ताकि चांद की भांति बीएचयू चमकता रहे। दूसरी ओर यूजीसी के नियमों में होने वाले रिव्यू के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि लोगों के सुझाव पर ही कोई फेरबदल किया जाएगा। कहा कि सुधार एक निरंतर प्रक्रिया है। उच्च शिक्षा में भी बदलाव ही आवश्कता है। कहा कि कोई भी फेरबदल देशहित में उच्च शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।