खर्च छह वॉट और रोशनी धुआंधार
वाराणसी : बढ़ते ऊर्जा संकट से उबरने के लिए इन दिनों राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर अनेक प्रयास हो रहे हैं। वैकल्पिक और अक्षय ऊर्जा पर कार्य करने वाली एक कंपनी ने ऐसी खास एलईडी (लाट एमिटिंग डिओड) तैयार की जो है तो महज छह वॉट की लेकिन उसमें रोशनी 100 वॉट से अधिक निकलती है। इतना ही नहीं बिजली कट जाने के बाद अपनी खास बनावट व बेहतरीन बैकअप की वजह से छह घटे अतिरिक्त देर तक पूरी रोशनी के साथ जलती रहती है। लाइट के इन गुणों को परखने के लिए नगर निगम ने कंपनी से ट्रायल के तौर पर शहीद उद्यान में एक यूनिट लगवाई जो लगभग महीने भर से एकदम दुरुस्त रोशनी दे रही है।
घाटों व पार्को के लिए बेहतरीन : कंपनी के मालिक विजय कृष्ण ने बताया कि करीब 15 हजार रुपये प्रति यूनिट वाली एलईडी लाइट पार्को और बनारस के घाटों के लिहाज से ही तैयार की गई है। बेहतरीन तकनीक की वजह से छह वॉट की एलईडी सौ वॉट के बराबर रोशनी देती है। पार्को व घाटों पर रात में हजारों हजारों वॉट के हैलोजन बजाय छह वॉट की एलईडी भरपूर प्रकाश देने में सक्षम होगी। बताया कि इस यूनिट में बैट्री लगाई गई है जो बिजली से चार्ज होती है। पावरकट होने पर एलईडी बैट्री के कारण लगातार जलता रहता है। इसमें छह घंटे का शानदार बैकअप है।
चल रहा ट्रायल : विजय ने बताया कि नगर निगम एलईडी का ट्रायल ले रहा है। कहा कि इसमें ऐसा सेंसर भी है जिससे सूर्य की किरण पड़ने पर लाइट बंद और अंधेरा होते ही रौशन हो जाती है। यानी स्विच आन-आफ का भी झंझट नहीं।
ऊर्जा की भरपूर बचत : विजय ने कहा कि यदि एलईडी का प्रयोग घाटों व पार्को से शुरू होता है तो प्रतिदिन हजारों वॉट बिजली की बचत हो सकेगी। कारण कि छह वॉट की लाइट आपको सौ वॉट के बराबर रोशनी और बचत बरसाएगी तो जनता व राजस्व दोनों को लाभ होगा।